कब्र खोदने पर मिली सोने की जीभ वाली Mummies, जानें इसके पीछे की वजह 

प्राचीन ममी (Ancient Mummies) के मुंह में सोने की ठोस जीभ पाई गई है. मृतक की असली जीभ को हटा दिया जाता था और उसे सोने के एक टुकड़े के साथ बदल दिया जाता था.

सोने की जीभ वाली ममियां
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 05 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 11:02 PM IST
  • ममी की सोने की जीभ मिली
  • सोने की जीभ के पीछे हैं कारण

मिस्र हमेशा से दुनिया भर के पर्यटकों और पुरातत्वविदों के पसंदीदा जगहों में से एक रहा है. फिल्मों से लेकर हकीकत में उत्तर अफ्रीकी देशों को ममी (Mummy) से जोड़ा जाता रहा है. गीजा के महान स्फिंक्स (Great Sphinx of Giza), गीजा के महान पिरामिड (The Great Pyramid of Giza), और ममियों की किंवदंतियों (legends of mummies) जैसी चीजों ने हमेशा से हर काल में लोगों को मोहित किया है. ये हमेशा से ही आकर्षण का केंद्र रहे हैं. ममी की बात करें तो हाल ही की एक खोज में मिस्र में पुरातत्वविदों ने पाया है कि कई प्राचीन ममी के मुंह में सोने की ठोस जीभ पाई गई है. 

ममी की सोने की जीभ  

सुप्रीम काउंसिल फॉर आर्कियोलॉजी के महासचिव डॉक्टर मुस्तफा वजीरी ने न्यूयॉर्क पोस्ट के हवाले से एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, साइट पर कब्रों की जांच करने वाले विशेषज्ञों को उनके मुंह में इंसानों की जीभ की तरह ही सोने के चिप जैसी कई ममी मिली हैं. न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, राजधानी काहिरा से लगभग 40 मील उत्तर में नील डेल्टा के क्व्वेइसना नेक्रोपोलिस में 300 और 640 ईसा पूर्व वाली ममी की खोज की गई है.  द पोस्ट के अनुसार, कुविस्ना नेक्रोपोलिस की खोज 1989 में की गई थी, जिसके बाद अगले तीन दशकों में कई दौर की खुदाई हुई.

क्यों लगाई जाती थी सोने की जीभ?

विशेषज्ञों के अनुसार, लेप लगाने की प्रक्रिया के दौरान, मृतक की असली जीभ को हटा दिया जाता था और उसे सोने के एक टुकड़े के साथ बदल दिया जाता था. इसके पीछे ये कारण है ताकि मृतक ओसिरिस, प्राचीन मिस्र के के भगवान के साथ संवाद कर सकें. पुरातत्व के लिए सर्वोच्च परिषद के महासचिव डॉ मुस्तफा वजीरी ने कहा, "ममीकरण प्रक्रिया के दौरान उपयोग किए जाने वाले लिनन रैप्स के ठीक नीचे हड्डी पर सोने के साथ कई ममियों की खोज की गई है.” हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है कि मिस्र में ऐसी ममी का पता चला है.

 

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