ऑफिस वालों ने तिलक लगाने के लिए किया मना तो छोड़ दी 22 लाख की नौकरी...खोला खुद का कृष्ण को समर्पित कैफे

नोएडा के सेक्टर 63 में एक ऐसा रेस्टोरेंट है जो श्रीकृष्ण के द्वारा कहे गए गीता के पाठ की थीम पर आधारित है. इसे भगवान कृष्ण की भक्त लक्ष्मी शर्मा चलाती हैं. उनका मानना है कि भगवान श्रीकृष्ण के बारे में सबको जानना चाहिए.

Cafe based on krishna theme
मनीष चौरसिया
  • नई दिल्ली,
  • 12 मई 2022,
  • अपडेटेड 5:54 PM IST
  • कृष्ण के भजन के बीच करिए भोजन
  • छोड़ा 22 लाख का पैकेज

गीता के सभी श्लोकों से ज्ञान की प्राप्ति होती है लेकिन आजकल लोग इस ज्ञान से दूर हो रहे हैं. नोएडा के सेक्टर 63 में एक ऐसा कैफे है जो इस भागदौड़ भरी दुनिया में भगवान श्रीकृष्ण के संदेश को आगे बढ़ा रहा है. जगह छोटी सी है लेकिन यहां से जीवन के बड़े-बड़े संदेश देने की कोशिश है. कहने को ये कैफे हैं लेकिन यहां आपको चारों तरफ कृष्ण दिखाई देंगे और कृष्ण ही सुनाई देंगे. यहां आप जहां भी निगाह दौड़ाएंगे आपको कृष्ण की तस्वीर दिखाई पड़ेगी तो कहीं गीता के उपदेश.

'22 लाख का पैकेज छोड़ा'
नोएडा के सेक्टर 63 में एक ऐसा रेस्टोरेंट है जो श्रीकृष्ण के द्वारा कहे गए गीता के पाठ की थीम पर आधारित है. इसे भगवान कृष्ण की भक्त लक्ष्मी शर्मा चलाती हैं. उनका मानना है कि भगवान श्रीकृष्ण के बारे में सबको जानना चाहिए. लोगों को गीता के पाठ को पढ़ाने के लिए उन्होंने लाखों की नौकरी छोड़कर इस गीता आधारित रेस्टोरेंट की शुरुआत की है. इससे पहले लक्ष्मी एक आईएएस कोचिंग इंस्टीट्यूट में पार्टनर थी. तब इनकी सालाना सैलरी 22 लाख रुपए थी लेकिन मन को शांति नहीं मिल रही थी क्योंकि नौकरी में रहते हुए उन्हे माथे पर कृष्ण का तिलक लगाने की परमीशन नहीं थी.

कृष्ण के भजन के बीच करिए भोजन
लक्ष्मी बताती हैं कि आजकल लोगों में गुस्सा,लोभ और अशांति जैसे गुण का विस्तार होने लगा है क्योंकि वो धर्म से विमुख होने लगे हैं. इसलिए उन्हें भगवान और धर्म की ओर जागरूक करने के लिए इस रेस्टोरेंट को समर्पित कर दिया है. यहां पर चारों तरफ गीता के श्लोक लिखे हैं, दीवारों पर भगवान कृष्ण और राधा की तस्वीर बनाई गई हैं. यहां तक कि जो संगीत बजता है उसमें भी गीता का ही पाठ होता है ताकि जो भी लोग यहां खाने आए वो भगवान कृष्ण के ज्ञान को जान सकें.

मेन्यू में नॉनवेज तो है लेकिन..
लक्ष्मी कहती हैं कि मैं यह नहीं कहती कि धर्म के प्रति कट्टर हो जाओ लेकिन भगवान की पूजा करते रहना चाहिए. वो कहती हैं हमने मेन्यू में नॉनवेज भी रखा है. हम नॉनवेज सर्व भी करते हैं लेकिन ऑर्डर करने वाले कस्टमर को हम समझाने की कोशिश करते हैं कि नॉनवेज नहीं खाना चाहिए. लक्ष्मी कहती हैं कि पांच महीने से मैं ये रेस्टोरेंट चला रही हूं. मेरे कहने पर कई लोगों ने नॉनवेज खाना छोड़ दिया या कम कर दिया. यही नहीं लोगों ने गीता पढ़ना शुरू कर दिया है और कई तो वृंदावन तक घूम कर आए. यहां खाना खाने आने वाले ग्राहक कहते हैं कि उन्हें यहां एक अलग तरह का अनुभव मिला. लोग कहते हैं कि ये कैफे भगवान से जुड़ने का एक जरिया है.

 

Read more!

RECOMMENDED