क्या आप यकीन करेंगे कि 67 साल की उम्र में कोई महिला मां बन सकती है? चीन में एक बुजुर्ग जोड़े ने यह करिश्मा कर दिखाया है. इस अनोखे मामले ने न सिर्फ लोगों को चौंकाया है, बल्कि सोशल मीडिया पर भी एक नई बहस छेड़ दी है- क्या उम्र सिर्फ एक नंबर है?
शेडोंग प्रांत में रहने वाले 74 वर्षीय हुआंग वेइपिंग और उनकी 72 वर्षीय पत्नी तियान शिनजू ने तब दुनिया को हैरान कर दिया, जब उन्होंने ऐलान किया कि उन्होंने एक साल पहले एक स्वस्थ बेटी को जन्म दिया, और वो भी प्राकृतिक तरीके से. इस बच्ची का नाम रखा गया- तियानसी, जिसका मतलब है- "भगवान का तोहफा".
66 की उम्र में स्ट्रोक, 67 में प्रेग्नेंसी
दरअसल, 66 वर्ष की उम्र में तियान को स्ट्रोक आया था. इसके बाद उनका लंबे समय तक इलाज चला. इसी दौरान उनकी मेंस्ट्रुअल साइकल फिर से शुरू हो गई. एक साल बाद, मेडिकल चेकअप के दौरान उन्हें पता चला कि वह प्रेग्नेंट हैं.
यह खबर जितनी चमत्कारी थी, उतनी ही चिंता जनक भी. कपल ने पहले ही अपने बेटे को शराब की लत के चलते खो दिया था और उनकी बड़ी बेटी पहले से शादीशुदा और सेटल्ड थी. लेकिन जब डॉक्टर्स ने उन्हें मेडिकल रूप से सुरक्षित बताया, तो उन्होंने यह बच्चा रखने का साहसी फैसला लिया.
बेटी ने तोड़ा रिश्ता
हुआंग की बड़ी बेटी ने इस फैसले का कड़ा विरोध किया और अपने माता-पिता से सभी संबंध तोड़ दिए. लेकिन हुआंग डटे रहे. उन्होंने कहा, “मैं वक्त से दौड़ लगा रहा हूं. जब तक हूं, अपनी बेटी को भरपूर प्यार देना चाहता हूं.” उनका मानना है कि तियानसी की मुस्कान उन्हें जीवन की नई ऊर्जा देती है.
सोशल मीडिया पर कर रहे हैं पेरेंटिंग की कमाई!
इस बुजुर्ग जोड़े ने अपने पेरेंटिंग जर्नी को सोशल मीडिया पर साझा करना शुरू किया. उनके वीडियो इतने लोकप्रिय हुए कि उनके 1.2 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स बन गए. वे लाइवस्ट्रीमिंग के जरिए कमाई भी कर रहे हैं. अब उनकी जिंदगी सोशल मीडिया पर खुली किताब की तरह है- सुबह की एक्सरसाइज, बच्ची की पढ़ाई, खाना बनाना और रिश्तों के पाठ पढ़ाना.
अकेले सारी जिम्मेदारियां उठा रहे हैं पिता
एक साल पहले तियान एक हादसे में घायल हो गईं और अब बिस्तर पर हैं. ऐसे में पूरा घर और बेटी की देखभाल की जिम्मेदारी हुआंग के कंधों पर है. वे न सिर्फ खाना बनाते हैं, बल्कि बेटी तियानसी को खाना पकाना, सफाई और आत्मनिर्भर बनना भी सिखा रहे हैं.
क्लासमेट ने की बच्ची की टांग खींची
एक दिन तियानसी स्कूल से उदास लौटी क्योंकि किसी क्लासमेट ने उसे ताने मारे थे. तब हुआंग ने उसकी पसंदीदा चीज- कैंड पीच का उदाहरण देते हुए समझाया, "डिब्बा एक सच्चाई है, लेकिन स्वाद पर राय अलग-अलग हो सकती है. कोई आपको पसंद न करे, इसका मतलब ये नहीं कि आप में कोई कमी है."
परिवार ने साथ छोड़ा, लेकिन रिश्तेदार बने सपोर्ट सिस्टम
हुआंग के भतीजे डाचाओ ने उनका साथ नहीं छोड़ा. वह अपने बेटे के साथ तियानसी से मिलने आते हैं, खाना खाते हैं और घूमने जाते हैं. डाचाओ का कहना है, “उम्र या पैसा इस बात का पैमाना नहीं होना चाहिए कि कोई अच्छा माता-पिता बन सकता है या नहीं. मेरे अंकल ने तियानसी के लिए एक खूबसूरत दुनिया बनाई है.”
सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस- प्यार या लापरवाही?
चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस कपल की कहानी चर्चा का केंद्र बनी हुई है. कई लोगों ने सराहना की कि इतनी उम्र में भी प्यार और समर्पण की मिसाल पेश की गई है, तो वहीं कुछ ने सवाल उठाया, “10 साल बाद जब पिता चलने में असमर्थ हो जाएंगे, तब इस बच्ची का क्या होगा?” एक यूजर ने लिखा, “तियानसी बहुत लकी है, उसे इतना प्यार मिल रहा है. बहुत से युवा मां-बाप इतनी जिम्मेदारी नहीं निभाते.”