बिना बैकअप के छोड़ रहे हैं लोग नौकरी, जानें युवाओं के बीच बढ़ते Naked Resignation ट्रेंड के बारे में

नेकेड रेजिग्नेशन का उपयोग किसी बैकअप प्लान या किसी दूसरी नौकरी का इंतजार किए बिना नौकरी से इस्तीफा देने के लिए किया जाता है. चीन में युवा प्रोफेशनल्स के बीच यह चलन तेजी से लोकप्रिय हो रहा है.

Resignation (Photo: Unsplash)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 11 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 12:44 PM IST
  • सोशल मीडिया पर कर रहे हैं लोग इसे शेयर 
  • चीन का वर्क कल्चर रहा है चिंता का विषय 

चीन में लोग 996 वर्क शेड्यूल के हिसाब से काम करते हैं. 996 वर्क शेड्यूल में कर्मचारी सप्ताह में छह दिन सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक काम करते हैं. ये वर्क कल्चर वहां की कॉर्पोरेट इंडस्ट्री का नियम है. इतना ही नहीं बल्कि 1 साल का गैप लेना या ब्रेक लेना भी वहां अक्सर संदेह की नजर से देखा जाता है. 

हालांकि, कई युवा इसके विरोध में आवाजें उठा रहे हैं. इसे लेकर वहां एक ट्रेंड भी चल पड़ा है. इस ट्रेंड को नेकेड रेजिग्नेशन (Naked Resignation) कहा जा रहा है. इसमें व्यक्ति बिना किसी बैकअप के नौकरी छोड़ देता है. 

क्या है नेकेड रेजिग्नेशन?
नेकेड रेजिग्नेशन एक शब्द है जिसका उपयोग किसी बैकअप प्लान या किसी दूसरी नौकरी का इंतजार किए बिना नौकरी से इस्तीफा देने के लिए किया जाता है. चीन में युवा प्रोफेशनल्स के बीच यह चलन तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. यह कहीं न कहीं कॉर्पोरेट लाइफ के थका देने वाली साइकिल से निजात पाने को दिखाता है. यह शब्द वीबो (ट्विटर के जैसा ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म) और जियाहोंगशू जैसे चीनी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर खूब चर्चा में है. 

कैसे शुरू हुआ ये ट्रेंड?
यह ट्रेंड यंग वर्कर्स में बढ़ती थकान और थकावट से आया है. चीन में एक फ्रेज कहा का इस्तेमाल होता है "लिओंग डिओन यिक्सियन", जिसका मतलब है घर और काम के बीच कभी न खत्म होने वाली साइकिल. कई फ्रेशर्स खुद को अपने काम में फंसा हुआ पाते हैं. बस उनकी इसी भावना ने उन्हें नेकेड रेजिग्नेशन देने पर जोर दिया. आज लोग सार्वजनिक रूप से सोशल मीडिया पर अपने इस्तीफे की घोषणा कर रहे हैं. 

सोशल मीडिया पर कर रहे हैं लोग शेयर 
इतना ही नहीं बल्कि ये थके हुए प्रोफेशनल्स ट्रेवलिंग करने, नई स्किल सीखने या लगातार काम करने वाले इस कल्चर से छुट्टी लेने के लिए अपनी नौकरी छोड़ रहे हैं. साथ ही वे इन कहानियों को अपने सोशल मीडिया पर शेयर भी कर रहे हैं. 

कोविड-19 महामारी और उसके बाद आई आर्थिक मंदी ने इस ट्रेंड को और बढ़ावा दिया है. कई युवा प्रोफेशनल अपने करियर को लेकर फिर से सोच विचार कर रहे हैं और अपने जीवन में नए उद्देश्य तलाश रहे हैं. 

चीन का वर्क कल्चर रहा है चिंता का विषय 
चीन का वर्क कल्चर काफी पहले से ही चिंता का विषय बना हुआ है. इसे लेकर मैकिन्से हेल्थ इंस्टीट्यूट ने एक सर्वे भी किया है. इसमें 30 देशों में 30,000 से ज्यादा कर्मचारियों को शामिल किया गया था. इसमें सामने आया है कि करीब 75% कर्मचारी किसी न किसी प्रकार के मुद्दे से जूझ रहे हैं. ऐसी में ये ट्रेंड भी तेजी से बढ़ रहा है. 


 

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