कहते हैं मुसीबत में जो काम आए वही भगवान है. दो नर्सों ने एक बीच सड़क पर प्रेग्नेंट महिला की जान बचाई है. मां और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं. सुबह 7 बजे का वक्त था ग्रेटर नोएडा के परी चौक पर रोशनी नाम की एक प्रेग्नेंट महिला सड़क पर तड़प रही थी. जब उसे शारदा अस्पताल की 2 नर्स ने तड़पते देखा तो वे खुद को उसकी मदद करने से नहीं रोक पाई. दोनों नर्स ने बच्चे और मां दोनों की जान बचाई.
होने वाली थी महिला की डिलीवरी
दरअसल, महिला की डिलीवरी होने वाली थी और महिला का पति प्रशांत उसे अस्पताल लेकर ही जा रहा था. लेकिन रास्ते में ऑटो चेंज करने की वजह से महिला की हालत खराब हो गई और वो सड़क पर ही लेट गई. महिला का पति वहां मदद के लिए बार बार लोगों से गुहार लगा रहा था. लेकिन कोई उसकी मदद के लिए आगे नहीं आ रहा था. तभी वहां से शारदा अस्पताल की 2 नर्स ज्योति और रेनू गुजर रही थी. दोनों नर्स को जैसे ही मामले के बारे में पता चला वो उस महिला की तरफ भागी. दोनों नर्स ने बच्चे की डिलीवरी वहीं सड़क पर करने का फैसला किया.
डिलीवरी के बाद भागे अस्पताल
महिला की प्राइवेसी को ध्यान में रखते हुए उसे चारों तरफ से कवर किया गया. दोनों नर्स ने वहीं पर सफलतापूर्वक महिला की डिलीवरी करवाई. रेनू बताती हैं कि डिलीवरी के बाद आस पास कोई साफ कपड़ा नहीं था इसलिए उन्होंने बच्चे को अपनी जैकेट में लपेटा और फिर दोनों को अस्पताल लेकर भागे. अस्पताल पहुंचने से पहले ही उन्होंने अपने स्टाफ को इन्फॉर्म कर दिया था. जैसे ही वो लोग अस्पताल पहुंचे महिला को तुरंत इलाज मिलना शुरू हो गया.
महिला ने दिया बेटी को जन्म
महिला ने एक बेटी को जन्म दिया है, जच्चा और बच्चा दोनों पूरी तरह ठीक है. बच्चे की मां रोशनी और पिता प्रशांत कहते हैं कि दोनों नर्स उनके लिए किसी भगवान से कम नहीं हैं. अगर वे दोनों वक्त पर नहीं आती तो न जाने क्या हो जाता. अस्पताल ने अपनी इन दोनों नर्स को सम्मानित किया है. दोनों को 5100 रुपये का इनाम दिया गया है. इतना ही नहीं बल्कि शारदा अस्पताल भी अब महिला का इलाज फ्री में कर रहा है.