Pride flag: प्राइड फ्लैग में हर रंग का है अपना मतलब, जानें कब-कब बदला ये सतरंगी झंडा 

Pride Month 2023: अब प्राइड फ्लैग का अपडेटेड वर्जन आया है जिसे इंटरसेक्स-इनक्लूसिव प्रोग्रेस प्राइड फ्लैग के रूप में जाना जाता है. इसका नया अपडेटेड वर्जन इंटरसेक्स इक्वलिटी राइट्स 2021 के वैलेंटिनो वेचिएती ने बनाया है.   

Pride flag
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 20 जून 2023,
  • अपडेटेड 12:51 PM IST
  • कई बार किया गया प्राइड फ्लैग को मॉडिफाई 
  • इसे इंटरसेक्स-इनक्लूसिव प्रोग्रेस प्राइड फ्लैग कहा गया है

जून का महीना, पूरी दुनिया में प्राइड मंथ के रूप में मनाया जाता है. ये महीना समलैंगिकता को सेलिब्रेट करने और उनके बारे में जागरूकता फैलाने के लिए जाना जाता है. LGBTQIA+ समुदाय का जश्न मनाने के लिए पूरे भारत में कई प्रोग्राम और इवेंट किए जाते हैं. इसमें प्राइड परेड से लेकर छोटे-छोटे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. हालांकि, इसमें सबसे खूबसूरत होती है प्राइड परेड जिसमें LGBTQIA+  कम्युनिटी के लोग अपने हाथ में सतरंगी झंडा रखते हैं. ये झंडा लाल-से-बैंगनी इंद्रधनुष जैसा होता है. इसे डेनियल क्वासर ने 2018 में बनाया था. अब इसका ही अपडेटेड वर्जन आया है जिसे इंटरसेक्स-इनक्लूसिव प्रोग्रेस प्राइड फ्लैग के रूप में जाना जाता है. इसका नया अपडेटेड वर्जन इंटरसेक्स इक्वलिटी राइट्स 2021 के वैलेंटिनो वेचिएती ने बनाया है.   

प्राइड फ्लैग क्या है?

प्राइड फ्लैग LGBTQIA+ सामाजिक आंदोलनों से जुड़े गौरव का प्रतिनिधित्व करता है. सदियों से LGBTQIA+ समुदाय से संबंधित लोगों को दुनिया भर के देशों में बुनियादी अधिकारों के लिए संघर्ष करना पड़ा है. कई देशों में संघर्ष अभी भी जारी है. उदाहरण के लिए, युगांडा ने हाल ही में LGBTQIA+ समुदाय का अपराधीकरण करने वाला एक कानून पारित किया है.

भारत में भी, 2018 में ही गे सेक्स को डिक्रिमिनलाइज किया गया है. प्राइड फ्लैग का उपयोग कार्यकर्ताओं, समुदाय के सदस्यों और साथी प्रतिरोध और स्वीकृति के प्रतीक के रूप में करते हैं. इसे प्रसिद्ध अमेरिकी कलाकार और कार्यकर्ता गिल्बर्ट बेकर ने डिजाइन किया था.

प्राइड फ्लैग का इतिहास क्या रहा है?

गिल्बर्ट बेकर का बनाया गया रेनबो प्राइड फ्लैग 1978 में सैन फ्रांसिस्को गे फ्रीडम परेड में इस्तेमाल किया गया था. ये नया फ्लैग भी इसी झंडे पर आधारित है. अपने संस्मरण, रेनबो वारियर में, गिल्बर्ट बेकर ने उल्लेख किया है कि कैसे गे एक्टिविस्ट हार्वे मिल्क और फिल्ममेकर आर्टी ब्रेसन जूनियर ने उनसे संपर्क किया था. वे ऐसे प्रतीक के साथ आए थे जो एक नई समलैंगिक चेतना और आजादी की सुबह का प्रतिनिधित्व करेगा. 

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, गिल्बर्ट बेकर अपने मेमॉयर में लिखते हैं, "अतीत में, जब मैंने एक फ्लैग के बारे में सोचा था, तो मैंने इसे केवल एक अन्य प्रतीक के रूप में देखा. मैंने उनकी शक्ति की गहराई, उनकी पारलौकिक, परिवर्तनकारी गुणवत्ता के बारे में सोचा. मैंने कम्युनिटी के लोगों के भावनात्मक जुड़ाव के बारे में सोचा. मैंने सोचा कि कैसे अधिकांश झंडे किसी स्थान का प्रतिनिधित्व करते हैं. वे मुख्य रूप से राष्ट्र, क्षेत्र या इसी प्रचार के रूप में इस्तेमाल किए जाते रहे हैं. समलैंगिक लोग आदिवासी, व्यक्तिवादी, एक वैश्विक सामूहिक थे जो खुद को कला और राजनीति में अभिव्यक्त कर रहे थे. हमें बस खुद का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक फ्लैग की जरूरत थी.”

फ्लैग का कौन सा रंग क्या दर्शाता है?

लाल = जीवन

नारंगी = हीलिंग

पीला = नए विचार

हरा = समृद्धि

नीला = शांति

वायलेट = आत्मा

शेवरॉन पार्ट-

काला और भूरा = रंग के लोग

सफेद, नीला और गुलाबी = ट्रांसजेंडर

बैंगनी घेरे वाला पीला = इंटरसेक्स लोग

कई बार किया गया प्राइड फ्लैग को मॉडिफाई 

2018 में, अमेरिकी ग्राफिक डिजाइनर डैनियल क्वासर ने ट्रांसजेंडर फ्लैग में नीले, हल्के गुलाबी और सफेद रंगों को शामिल करने के लिए झंडे को फिर से डिजाइन किया. क्वासर ने ट्रांसजेंडर रंगों को काले और भूरे रंग (रंग के लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले) के साथ आगे की गति का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक शेवरॉन आकार में जोड़ा. 

झंडे का सबसे हालिया वर्जन वैलेंटिनो वेचिएती ने 2021 में एक इंटरसेक्स-इंक्लूसिव प्राइड फ्लैग के रूप में डिजाइन किया गया था. एक पीले त्रिकोण के ऊपर एक बैंगनी सर्किल को शेवरॉन भाग में शामिल किया गया था. यह इंटरसेक्स प्राइड फ्लैग का एक संदर्भ है.

इसे इंटरसेक्स-इनक्लूसिव प्रोग्रेस प्राइड फ्लैग क्यों कहा जाता है?

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, व्यापक क्वीयर नैरेटिव में इंटरसेक्स को काफी हद तक कम दर्शाया गया है. 2021 में, इंटरसेक्स इक्वैलिटी राइट्स (यूके) ने इंटरसेक्स-इनक्लूसिव प्राइड फ्लैग बनाने के लिए इंटरसेक्स फ्लैग को शामिल करने के लिए प्राइड प्रोग्रेस फ्लैग डिजाइन को अपनाने का फैसला किया था. जिसके बाद इंटरसेक्स इक्वैलिटी राइट्स एक्टिविस्ट ने इसकी रिडिजाइनिंग की. 


 

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