Proxy Resignation: जापान में जॉब छोड़ने के लिए एम्प्लॉई ले रहे प्रॉक्सी रेजिग्नेशन की मदद, अब चाहकर भी रोक नहीं पाएगी कंपनी

जापान में यंग प्रोफेशनल अपनी नौकरी छोड़ने के लिए एजेंसियों से मदद ले रहे हैं. इसमें एजेंसी, रीजन बताते हुए एम्प्लॉई की तरफ़ से रिजाइन डालती है! ये एम्प्लोयी एजेंसी से तब कांटैक्ट करते हैं जब उन्हें लगता है कि रेसिग्नेशन एक्सेप्ट नहीं होगा!

Proxy Resignations
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 21 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 1:11 PM IST
  • प्रॉक्सी रेजिग्नेशन में एजेंसी एम्प्लॉई की तरफ से रिजाइन डालती है.
  • रेसिग्नेशन एक्सेप्ट न होने से डरते हैं एम्प्लॉई

प्रोफेशनल ग्रोथ, हायर सैलरी या कई बार मौजूदा कंपनी में मन न लगने की वजह से लोग रिजाइन करते हैं. एक सर्वे की मानें तो 5 में से 4 कर्मचारी अपनी नौकरी से असंतुष्ट है और नौकरी बदलने की इच्छा रखता है. जॉब चेंज करने के लिए सबसे पहले लोग नई जॉब की तलाश करते हैं और फिर एक बार ऑफर लेटर मिल जाने के बाद रिजाइन करते हैं. लेकिन जापान में इन दिनों प्रॉक्सी रेजिग्नेशन का ट्रेंड चल पड़ा है.

दो साल में बढ़ा प्रॉक्सी रेजिग्नेशन का ट्रेंड
जापान में यंग प्रोफेशनल्स अपनी नौकरी छोड़ने के लिए कुछ एजेंसियों से मदद मांग रहे हैं, दरअसल उन्हें डर है कि कंपनी किसी कारण से उनका रेसिग्नेशन एक्सेप्ट नहीं करेगी और उन्हें उसी कंपनी में काम करना पड़ेगा, जिससे वो निकलना चाहते हैं. टोक्यो की एक रेजिग्नेशन एक्सपर्ट एजेंसी मोमुरी (जिसका मतलब है बस बहुत हो चुका) ने दो साल से ये शुरू किया था, धीरे-धीरे इसकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही है.

क्या है प्रॉक्सी रेजिग्नेशन
प्रॉक्सी रेजिग्नेशन में एजेंसी कारण बताते हुए एम्प्लॉई की तरफ से रिजाइन डालती है! एम्प्लॉई एजेंसी से तब कॉन्टैक्ट करते हैं जब उन्हें लगता है कि रेसिग्नेशन एक्सेप्ट नहीं होगा और वो खुद उस सिचुएशन में नहीं पड़ना चाहते हैं! कंपनी अपने क्लाइंट की तरफ से अब तक 20,000  से ज्यादा रिजाइन कर चुकी है और करीब साढ़े तीन लाख लोग इनसे कंसल्ट कर रहे हैं.


प्रॉक्सी रेजिग्नेशन कैसे काम करता है
कस्टमर मैसेजिंग ऐप्स के जरिए इन एजेंसियों से कॉन्टैक्ट करते हैं. मोमुरी की सर्विस लेने के लिए कस्टमर्स को एक प्रश्नावली भरनी होती है, एक कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करना होता है और फीस भरनी होती है. फुल टाइम एम्प्लॉई से लगभग ₹12,344 फीस ली जाती है जबकि शॉर्ट टर्म एम्प्लॉई से लगभग ₹6,900 चार्ज किया जाता है.

डॉक्यूमेंटेशन पूरा होने के बाद मोमुरी का एक स्टाफ अपने कस्टमर की तरफ से कंपनी से संपर्क करता है. कंस्लटेशन से लेकर इस्तीफे तक की पूरी प्रक्रिया में आमतौर पर केवल 20-30 मिनट लगते हैं.

मोमुरी के 60% कस्टमर्स 20 साल के
हैरानी की बात यह है कि मोमुरी के 60% कस्टमर्स 20 साल के हैं. जापान की लेबर मिनिस्ट्री के अनुसार 30% से ज्यादा ग्रेजुएट्स तीन साल के अंदर अपनी नौकरी छोड़ देते हैं. एक्सपर्ट्स का मानना ​​है कि ये बदलते हुए ट्रेंड वर्क एटीट्यूड में बदलाव की तरफ ध्यान आकर्षित करते है. कोविड 19 के बाद वर्क ट्रेंड में ज्यादा बदलाव देखने को मिलते हैं.

हर 6 में से एक कर्मचारी ने प्रॉक्सी रेजिग्नेशन के जरिए छोड़ी कंपनी
गिरती जन्म दर के कारण जापान में लेबर की कमी है. इस वजह से कंपनियां अपने कर्मचारियों को जाने नहीं देना चाहती हैं. कई बार तो रोकने के लिए डराने-धमकाने का काम भी किया जाता है. कई कंपनियां अपने एम्प्लॉई का रिजाइन तब तक एक्सेप्ट नहीं करती जब तक वो नया रिप्लेसमेंट न ढूंढ कर ले आएं. इस साल जून तक के 12 महीनों में 6 में से एक कर्मचारी ने नौकरी बदलने के लिए प्रॉक्सी रिजाइन सर्विस का इस्तेमाल किया है.

 

Read more!

RECOMMENDED