भारत में कई ऐसी जगहें है, जो डरावनी और भूतिया हैं. इन जगहों पर जाने में डर भी लगता है. ऐसी ही एक जगह पश्चिम बंगाल के कालिम्पोंग में है. ये एक लॉज है. इसका नाम मॉर्गन हाउस है. इस टूरिस्ट लॉज में भूत के होने की कहानी प्रचलित है. कहा जाता है कि इस लॉज में एक अंग्रेज की पत्नी की मौत हुई थी और अब उसकी आत्मा घूमती है.
16 एकड़ में फैला मॉर्गन हाउस-
कालिम्पोंग की दूरी दार्जिलिंग से करीब 50 किलोमीटर दूर है. मॉर्गन हाउस अब पश्चिम बंगाल सरकार की देखरेख में है. यह 16 एकड़ में फैला है. इस भवन को सिंगमारी टूरिस्ट लॉज के नाम से भी जाना जाता है.
साल 1930 में बना था लॉज
ब्रिटिश उद्योगपति मॉर्गन कालिम्पोंग से इतने प्रभावित थे कि उन्होंने यहां एक भवन बनाने का प्लान बनाया. उन्होंने साल 1930 में मॉर्गन हाउस बनवाया था. लेकिन ये घर उनको रास नहीं आया. उनकी पत्नी लेडी मॉर्गन की इस घर में रहस्यमयी मौत हो गई. उसके बाद मॉर्गन की फैमिली ने इस घर को खाली कर दिया था. कहा जाता है कि उसके बाद से मॉर्गन की आत्मा भटकती है और यहां आने वाले टूरिस्टों को इसका अहसास भी होता है.
लॉज में भूत के होने का अहसास!
मॉर्गन हाउस को कुछ लोग हॉन्टेड हाउस के नाम से जानते हैं. कहा जाता है कि कई टूरिस्टों ने यहां लेडी मॉर्गन के भूत को देखने का दावा किया है. सैलानियों ने अजीबो-गरीब आवाजों की शिकायत की. उनको ऊंची हील्स की चप्पल की आवाजें सुनाई दी हैं. सैलानियों ने इस जगह पर किसी के चलने और बात करने की आवाजें महसूस की.
हालांकि इस लॉज के स्टाफ इसे अफवाह बताते हैं. उनका कहना है कि इस लॉज में कई हॉन्टेड फिल्मों की शूटिंग हुई है. इसकी वजह से कुछ लोगों ने अफवाह फैला दी है कि ये भूतिया जगह है. लेकिन इसमें कोई सच्चाई नहीं है.
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