समाजवादी मजदूर सभा का अजब गजब कारनामा, मौत हुई नहीं और मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख व सरकारी नौकरी के मुआवजे की कर डाली मांग

कन्नौज में 11 जनवरी दिन शनिवार को अमृत भारत के अंतर्गत रेलवे स्टेशन के सौंदरीकरण को लेकर एक नवनिर्माण कार्य चल रहा था, जिसमें रेलवे स्टेशन पर लेंटर ढालते समय शटरिंग और लेंटर गिरने से बड़ा हादसा हो गया था.

Ceiling slab collapsed at Kannauj railway station
gnttv.com
  • कन्नौज ,
  • 15 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 1:17 PM IST
  • लेंटर गिरने से हो गया था हादसा
  • किसी मजदूर की मौत नहीं हुई थी

कन्नौज में रेलवे स्टेशन हादसे में लोग बाल-बाल बचे लेकिन समाजवादी मजदूर सभा की जिला इकाई ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देते हुए मृतकों के परिवारजनों को 10-10 लाख मुआवजा और परिवार के एक-एक सदस्य को नौकरी देने की मांग कर डाली. वहीं घायलों को 5-5 लाख रुपए दिए जाने की मांग की.

लेंटर गिरने से हो गया था हादसा
बताते चलें कि कन्नौज में 11 जनवरी दिन शनिवार को अमृत भारत के अंतर्गत रेलवे स्टेशन के सौंदरीकरण को लेकर एक नवनिर्माण कार्य चल रहा था, जिसमें रेलवे स्टेशन पर लेंटर ढालते समय शटरिंग और लेंटर गिरने से बड़ा हादसा हो गया था. इस हादसे में करीब 24 मजदूर दब गए थे जिनमें 8 को गंभीर चोटें आई थीं जिन्हें इलाज के लिए तिर्वा के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. फिलहाल 13 मजदूरों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है और तीन को इलाज के बाद घर जाने की अनुमति दे दी गई है.

मृतक श्रमिकों के परिवारों के लिए 10-10 लाख रुपए की मांग
मामले में सोमवार को समाजवादी मजदूर सभा की जिला इकाई कन्नौज के कलेक्ट्रेट में पहुंचा और वहां डीएम संबोधित एक ज्ञापन सौपा, जिसमें लिखा था की कमजोर शटरिंग से 150 फीट लंबा लेंटर ढह गया. 40 मजदूर दब गए इनमें 7 की हालत गंभीर बनी हुई है. समाजवादी मजदूर सभा आपसे यह मांग करती है कि रेलवे स्टेशन पर हुई दुर्घटना में मृतक श्रमिकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपए एवं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाई जाए व घायलों को पांच 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिलाई जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाए.

किसी मजदूर की मौत नहीं हुई थी
आपको बता दें इस हादसे में सिर्फ मजदूर घायल ही हुए थे कोई मौत नहीं हुई थी लेकिन मजदूर सभा की जिला इकाई ने बिना किसी हकीकत को जाने नादानी में मृतकों के लिए मुआवजे की मांग कर डाली.

-नीरज श्रीवास्तव की रिपोर्ट

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