ड्रिंक एंड ड्राइव को रोकने के लिए स्कूली बच्चों ने बनाया स्पेशल हेलमेट...डिटेक्ट कर लेगा शराब की स्मेल, जानिए कैसे करेगा काम

Bollywood blockbuster 3 इडियट्स मूवी के तर्ज पर सेंट जेवियर स्कूल के 4 बच्चो ने एक सेंसर युक्त हेलमेट बनाया है जो शराब की स्मेल डिटेक्ट कर लेगा.

हेलमेट दिखाते बच्चे
gnttv.com
  • रांची,
  • 07 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 8:32 AM IST

रांची में स्कूली बच्चों ने सेंसर वाली हेलमेट बनाई है. इससे शराब पीकर बाइक चलाने वालों की जान बचेगी. Bollywood blockbuster फिल्म 3 इडियट्स के तर्ज पर सेंट जेवियर स्कूल के 4 बच्चो ने प्रैक्टिकल किया. उन्होंने सेंसर युक्त हेलमेट का एक ऐसा प्रोटोटाइप मॉडल बनाया है की अगर उसे वास्तविकता पर विकसित कर उतारा गया तो ड्रिंक और ड्राइव पर  लगाम लग जायेगा. हेलमेट में ऐसे chip और अलर्ट लगे हैं की शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की गाड़ी हेलमेट की वजह से खुद रुक जायेगी.  

दुर्घटना रोकने में मिलेगी मदद
शराब पीकर गाड़ी चलाना लोगों की आम आदत है. ऐसी  स्थिति में बाइक चलाने वाले न सिर्फ अपनी बल्कि राहगीरों की जिंदगी भी खतरे में डालते हैं. ड्रिंक एंड ड्राइव से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सेंट जेवियर स्कूल के छठी  कक्षा के चार बच्चों ने सेंसर वाली एक ऐसा हेलमेट बनाया है जो न सिर्फ शराब की स्मेल को डिटेक्ट कर लेगी बल्कि बाइक को स्टार्ट नहीं होने देगी. अगर कोई हेलमेट पहने बगैर बाइक चलाना चाहेगा तो बाइक स्टार्ट नहीं होगी. प्रोटे टाइप तैयार करने वाले अविराज सिंह, वत्सल सरावगी, पार्थ और आरव पोद्दार ने बताया की उन्होंने  प्रोजेक्ट कैसे कंसीव किया? हेलमेट में जो चिप और सेंसर लाइट लगाया था उसका डेमो दिखाया गया. 

बच्चों का था आइडिया
स्कूल के वाइस प्रिंसिपल और टीचर ने बताया कि इस अनोखे हेलमेट का प्लान बच्चों ने तैयार किया था. उन्होंने सिर्फ उन्हें गाइड किया. नन्हें दिमाग के इस बेमिसाल इजाद पर स्कूल के वाइस प्रिंसिपल एफ.सोरेंग ने बच्चों और उनके अभिभावकों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि बच्चे गुणवान होते हैं. उन्हें सिर्फ दिशा देने की जरूरत होती है. मौजूदा समय में बच्चों के प्रेक्टिकल अप्रोच पर विशेष ध्यान देना चाहिए. स्कूल के कोऑर्डिनेटर संतोष ने बताया कि उनके स्कूल में कक्षा तीन से ही कंप्यूटर कोडिंग और थ्योरी के साथ प्रैक्टिकल की शिक्षा की जाती है ताकि बच्चों का सारा डाउट क्लियर हो सके. वर्चुअल लियरिंग , IE और रोबोटिक्स जैसे विषय में बच्चो की दिलचस्पी को बढ़ाने के प्रयास किए जाते हैं.

बनाया जाएगा स्पीड कंट्रोल सिस्टम
ट्रैफिक सुरक्षा पर काम के लिए चर्चित ऋषभ आनंद ने बताया कि झारखंड में हर साल सड़क हादसों की वजह से करीब 3,500 लोगों की जान जाती है. इसमें सबसे ज्यादा मौत ओवर स्पीड की वजह से होती है. सबसे ज्यादा बाइक राइडर्स जान गंवाते हैं.  उन्होंने कहा कि बच्चों ने ड्रिंक एंड ड्राइव और बिना हेलमेट ड्राइव को रोकने का तरीका ढूंढ लिया है. जब स्पीड कंट्रोल सिस्टम डेवलप हो जाएगा तो वह हेलमेट निर्माता कंपनियों से इन खूबियों को जोड़ने की पहल जरूर करेंगे. फिलहाल, इस नायाब इजाद के लिए बच्चों को खूब बधाईयां मिल रही है. बच्चों ने भरोसा दिलाया है कि वह आने वाले समय में स्पीड कंट्रोल और सेफ्टी फीचर के साथ  हेलमेट के मॉडल डेवलप करने पे भी काम करेंगे. हेलमेट के स्ट्रैप आधे दुर्घटना में देखा गया है कि ठीक से नहीं बांधने से होता है. लिहाजा ऋषभ आनंद  ने बच्चो से इस विषय पे भी काम करने और सेंसर युक्त बनाने की गुजारिश की है.

(रांची से सत्यजीत कुमार की रिपोर्ट)

 

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