Online Organic Holi Colors: इन चार ऑनलाइन जगहों से खरीद सकते हैं केमिकल-फ्री और ऑर्गनिक गुलाल

इस होली केमिकल युक्त रंगों को कहें अलविदा और फूलों और जड़ी-बूटियों से बने गुलाल को नमस्ते. जानिए कुछ ऐसे स्टार्टअप के बारे में जो ऑर्गेनिक रंग उपलब्ध कराते हैं.

Herbal Colors (Photo: Instagram)
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 06 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 1:13 PM IST
  • पहले समय में होली फूलों, मसालों और अन्य पौधों से बने रंगों से मनाई जाती थी
  • कई भारतीय स्टार्टअप आज हर्बल और पर्यावरण के अनुकूल रंगों को जन-जन तक पहुंचा रहे हैं

रंगों का त्योहार आ गया है. होली के दो-तीन दिन पहले से ही रंग हवा में उड़ने लगते हैं. होली का त्योहार रंगों के साथ खुशियां लेकर आता है. और खुशियां बनी रहें इसके लिए आप रंगों का सही चुनाव करें. जी हां, कई बार होली के बाद खबरें आती हैं कि लोगों को केमिकल वाले रंग के कारण एलर्जी हो गई. 

पहले समय में होली फूलों, मसालों और अन्य पौधों से बने रंगों से मनाई जाती थी, लेकिन अब ज्यादातर केमिकल वाले रंग ही आते हैं. दिलचस्प बात यह है कि कई भारतीय स्टार्टअप आज हर्बल और पर्यावरण के अनुकूल रंगों को जन-जन तक पहुंचा रहे हैं. 

इन स्टार्टअप्स से ऑनलाइन खरीदें ऑर्गनिक रंग

1. मिट्टी के रंग 


संकेत देशमुख और अमित जैन द्वारा 2014 में स्थापित सामाजिक उद्यम, मिट्टी के रंग एक ई-कॉमर्स पोर्टल है जो महिला उद्यमियों को अपने उत्पादों को ऑनलाइन बेचने में मदद करता है. स्टार्टअप ने होली को और भी रंगीन, केमिकल मुक्त और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए कंपोस्टेबल हर्बल और बारीक फ़िल्टर किए गए प्राकृतिक रंग भी लॉन्च किए हैं. ये सभी रंग उत्तराखंड क्षेत्र की महिला कारीगरों ने बनाए हैं और 100 प्रतिशत जैविक और रसायन मुक्त हैं. यहां क्लिक करें. 

2. आईटोकरी 


साल 2012 में नितिन पमनानी और जिया पमनानी ने ग्वालियर में iTokri की स्थापना की. यह स्टार्टअप हैंडीक्राफ्ट और हैंडमेड प्रोडक्ट्स बेचता है. यहां पर आपको ऑर्गनिक और हर्बल रंग भी मिलेंगे. iTokri विभिन्न प्रकार के पर्यावरण के अनुकूल और प्राकृतिक गुलाल देता है जो बच्चों, बड़ों और पालतू जानवरों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित होने का दावा करते हैं. उनक रंग ऑर्किड, गुलाबी और लाल गुलाब, जैविक हल्दी, मेहंदी, और पालक के पत्तों से बने होते हैं, और त्वचा और बालों पर एंटी-एलर्जिक होते हैं. यहां क्लिक करें.

3. फूल


साल 2017 में अंकित अग्रवाल द्वारा स्थापित, कानपुर स्थित फूल उत्तर प्रदेश में मस्जिदों और मंदिरों से फूलों का कचरा एकत्र करता है. गरीब महिलाएं इन फूलों की रिसायकिलिंग करक कई तरह के प्रोडक्ट्स बनाती हैं. इनके सभी उत्पाद 100 प्रतिशत बायोडिग्रेडेबल हैं. यह स्टार्टअप ताजा जड़ी-बूटियों, मंदिर के फ्लावर-वेस्ट और चावल के पाउडर से होली के लिए हर्बल, प्राकृतिक और जैविक गुलाल भी दे रहे हैं. यहां क्लिक करें.

4. माय पूजा बॉक्स


कावेरी सचदेव द्वारा 2017 में स्थापित, नई दिल्ली स्थित माय पूजा बॉक्स भारत भर में धार्मिक अवसरों के लिए आध्यात्मिक प्रोडक्ट्स और पूजा बॉक्स उपलब्ध कराता है. स्टार्टअप ने होली के लिए एक हर्बल गुलाल कलेक्शन बनाया है, जिसमें "पूरी तरह से प्राकृतिक और हर्बल" रंग हैं. ये रंग कार्बनिक अवयवों जैसे जड़ी-बूटियों, फूलों, खाद्य पदार्थों, फलों और सब्जियों के अर्क और चॉकलेट से बने होते हैं और त्वचा और बालों के लिए सुरक्षित होते हैं. यहां क्लिक करें.

 

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