Churu heatwave: गर्मी ने किया हाल-बेहाल! रेतीले टीलों पर बिना आग या गैस-चूल्हे के इस प्रोफेसर ने बनाया ऑमलेट

राजस्थान में चूरू का तापमान हाल ही में 47 डिग्री को पार कर गया था. यहां गर्मी का आलम कुछ ऐसा है कि गर्म रेत पर आप ऑमलेट पका सकते हैं. और एक प्रोफेशर ने तो यह कारनामा करके भी दिखा दिया है.

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gnttv.com
  • चूरू,
  • 24 मई 2024,
  • अपडेटेड 1:43 PM IST

भारत के ज्यादतर हिस्सों में गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. लगातार बढ़ते तापमान से कई इलाके को मानो जलने लगे हैं. खासकर राजस्थान के कुछ इलाके जहां तापमान 45 डिग्री से ऊपर पहुंच जाता है. चूरू भी ऐसे ही इलाकों में से एक है जहां तापमान अधिकतम जाता है. और अब तो हाल यह है कि चूरू सरकारी कॉलेज के प्रोफेसर ने यहां की धूप से गर्म रेत पर ऑमलेट बना लिया है. 

जी हां, इन दिनों चूरू में जबरदस्त गर्मी पड़ रही है. पिछले कुछ दिनों से तापमान 45 डिग्री से ऊपर ही चला रहा है. चूरू के धोरों यानी रेतीले टीलों से आग निकल रही है और यही कारण है कि प्रोफेसर, डॉ. जेबी खान इन धोरों पर जाकर एक प्रयोग करते हुए बिना गैस-चूल्हे और आग के ऑमलेट बना दिया. 

आधे घंटे में तैयार ऑमलेट 
डॉ. जेबी ने धोरों पर जाकर एक प्रयोग किया. उन्होंने आग उगलते धोरों पर एक स्टील की प्लेट रखी और इस प्लेट को 20 मिनट तक खाली रखा. फिर इसमें एक अंडा फोड़ा और 5-10 मिनट अंडे का ऑमलेट बनकर तैयार हो चुका था क्योंकि गर्म रेत से प्लेट गर्म हो गई थी. प्रोफेसर ने चूरू के धोरों पर यह प्रयोग किया ताकि वह लोगों को बता सकें कि चूरू में किस कदर गर्मी कहर बरपा रही रही है. और ऐसे में, लोगों को अपना ख्याल रखना बहुत ज्यादा जरूरी है. क्योंकि गर्मी में हीटस्ट्रोक होना बहुत आम बात है. 

इस तरह करें खुद को गर्मी से सुरक्षित 

  • हाइड्रेटेड रहें! पूरे दिन खूब पानी पियें, भले ही आपको प्यास न लगे.
  • शुगरी ड्रिंक्स और एल्कोहल पीने से बचें, जो आपको डिहाइड्रेट करते हैं. 
  • ब्रीदेबल, हल्के और ढीले कपड़े पहनें. कोशिश करें कि आप सूती कपड़े पहनें. 
  • तेज़ धूप के घंटों (आमतौर पर सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक) के दौरान फिजिकल एक्टिविटीज ज्यादा न करें और धूप में न निकलें. 
  • वातानुकूलित स्थानों या छायादार क्षेत्रों में आराम करें.
  • धूप से बचाव के लिए टोपी और धूप का चश्मा पहनें.
  • एसपीएफ़ 30 या इससे ज्यादा वाला सनस्क्रीन लगाना भी महत्वपूर्ण है. 

(विजय चौहान की रिपोर्ट)

 

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