Offering sehri and iftar to needy people in Ramadan: रमजान के पाक महीने में जरूरतमंदों को सहरी और इफ्तार करा रहा है यह पूर्व हॉकी प्लेयर

Ramadan 2023: रमजान का महीना नेकी का महीना होता है और इस पाक महीने में जो लोग दूसरों के बारे में सोचते हैं वे खुद को अल्लाह के और करीब महसूस करते हैं. जैसा कि यह पूर्व हॉकी प्लेयर कर रहा है.

Ramadan 2023
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 12 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 9:21 AM IST
  • जरूरतमंदों को बांट रहे हैं खाना 
  • सोशल मीडिया के जरिए मांगते हैं मदद

रमजान का महीना बहुत ही पवित्र होता है. खासकर कि मुस्लिम समुदाय के लिए यह सबसे पाक महीना है. इस महीने में मुस्लिम रोजे रखकर अल्लाह की इबादत करते हैं. इस महीने में छत्तीसगढ़ के पूर्व प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी और अंपायर रहे, अकरम ने एक अनोखी पहल की है. नौमन अकरम ऐसे लोगों को सहरी (सूर्योदय से पहले भोजन) और इफ्तार(सूर्यास्त के बाद भोजन) करा रहे हैं जो जरूरतमंद हैं और दो वक्त की रोटी भी मुश्किल से कमा पाते हैं.  

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, युवाओं की अपनी छोटी टीम के साथ वह ऐसे लोगों तक पहुंचकर उन्हें रोजाना सहरी और इफ्तार कराते हैं. और इस काम के लिए उन्होंने सरकारी अस्पतालों और सार्वजनिक जगहों को चुना है. 

जरूरतमंदों को बांट रहे हैं खाना 
नौमन अकरम का समुह रायपुर में काम करता है. रमजान के महीने में वे ऐसे लोगों की मदद कर रहे हैं जिनके पास पर्याप्त साधन नहीं हैं और जो लोग रोजे करते हुए भी दिन-रात मेहनत करते हैं. अकरम ने रोजे करने वाले लोगों को भोजन, पानी/ जूस आदि देकर मदद कर रहे हैं.

उन्होंने द न्यू इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि वे रायपुर एम्स, डॉ भीमराव अंबेडकर जैसे बड़े अस्पतालों में मरीजों और उनके परिवारजनों को खाना वितरित करने के लिए जाते हैं. वे मुस्लिम यात्रियों के साथ भी बातचीत करते हैं. हर दिन वे भोजन के पैकेट तैयार करते हैं. और गरीब मरीजों व उनके साथ आए लोगों में बांटते हैं. 

सोशल मीडिया के जरिए मांगते हैं मदद
अकरम अपने इस नेक काम में मदद के लिए सोशल मीडिया के जरिए विभिन्न मुस्लिम समूहों से मदद मांगते हैं. उनका कहना है कि सहरी की विशेष रूप से मांग में रहती है क्योंकि अस्पतालों में मरीजों के परिवारजनों का या बस टर्मिनल्स पर यात्रियों का आधी रात के बाद कुछ भी खाना ढूंढना मुमकिन नहीं है. इसलिए वे सुबह 3 बजे तक खाना तैयार करके बांट देते हैं. 

सेहरी के मेन्यू में आमतौर पर चपातियां, अंडा करी या भुर्जी, बिरयानी और फल शामिल होते हैं. इसी तरह इफ्तार के खाने में खजूर, फल, समोसा, बेक की हुई चीजें, जूस आदि शामिल होते हैं. उनकी परोपकारी सेवा की सराहना हर तरफ हो रही है. वैसे भी रमजान के महीने का महत्व यही है कि दूसरों के लिए करुणा, जरूरतमंदों की देखभाल और सहानुभूति दिखाई जाए. 

 

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