देश की राजधानी दिल्ली हर मायने में बेहद खूबसूरत है. दिल्ली शहर में मुगलों की इमारतें और कई ऐसी खूबसूरत टूरिस्ट जगहें है जो दिल्ली को खास बनाती हैं. इन्हीं खासियतों की वजह से दिल्ली में कई फिल्मों की शूटिंग की गई है, कई जगह तो ऐसी हैं जो पर्दें पर दिखने के बाद ज्यादा फेमस हुई हैं. हम आपको दिल्ली की ऐसी ही कुछ जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो खासतौर से जो खासतौर पर शूटिंग की गई है. आप जब भी दिल्ली जाने का मन बनाएं, तो इन जगहों को अपनी घूमने की लिस्ट में भी शामिल कर सकते हैं.
इंडिया गेट-
इंडिया गेट भारत के प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में शुमार है. यह युद्ध स्मारक आर्किटेक्चर का खूबसूरत नमूना माना जाता है, यही वजह है कि यहां पर कई फिल्मों की शूटिंग की गई है. बॉलीवुड की कई ऐसी हिट फिल्में हैं जिनमें इंडिया गेट की झलक जरूर दिखाई गई है. ‘चक दे इंडिया’,‘रंग दे बसंती’,‘जलेबी’और ‘हाफ गर्लफ्रेंड’जैसी कई फिल्मों के कई सीन इंडिया गेट पर फिलमाएं गए हैं.
कुतुब मीनार-
कुतुब मीनार को कुतुबुद्दीन ऐबक ने बनवाया था. बतां दे कि इस ऐतिहासिक मीनार की लंबाई करीब 73 मीटर लंबी है, वहीं इस मीनार के अंदर 5 मंजिलें तैयार की गई हैं. इस खूबसूरत मीनार को सैंड स्टोन और मार्बल की मदद से तैयार किया गया था, इतना ही नहीं यह दिल्ली सल्तनत का एक खूबसूरत नमूना है. फिल्मों की बात करें तो बिग बुल, चीनी कम, फना, ब्लैक-व्हाइट और जन्नत 2 जैसी कई बेहतरीन फिल्मों की शूटिंग यहां पर की जा चुकी है.
चांदनी चौक-
चांदनी चौक को पुरानी दिल्ली का सबसे खूबसूरत हिस्सा माना जाता है. चांदनी शॉपिग के लिए भी फेसम है. यहां की तंग और भीड़भाड़ वाली गलियां ही चांदनी चौक की खासियत है. इस जगह को 17वीं शताब्दी में मुगल बादशाह शाहजहां ने बसाया गया था.
फिल्मों की शुटिंग की बात करें तो चांदनी चौक एरिया में ‘चांदनी चॉक टू चाइना’, ‘दिल्ली-6’,‘फुकरे’,‘देल्ही बेली’,‘बैंड बाजा बारात’ और ‘बॉस’ जैसी बड़ी फिल्मों की शूटिंग की गई है.
हजरत निजामुद्दीन दरगाह-
दिल्ली शहर मे हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह भारत की पाक दरगाहों में से एक है. यहां सभी धर्मों के लोग ना सिर्फ अपनी मन्नतें लेकर सजदा करने जाते हैं बल्कि घूमने के लिए भी जाते हैं. इस दरगाह को साल 1325 में बनवाया गया था. फिल्म रॉकस्टार का गाना ‘कुन फाया कुन’ हजरत निजामुद्दीन दरगाह पर ही फिल्माया गया है. इसके अलावा बजरंगी भाईजान फिल्म में भी इस दरगाह के सीन नजर आए हैं.
हुमायूं का मकबरा-
यह इमारत मुगल वास्तुकला का बेहद खूबसूरत नमूना है, जिसे 1570 में बनवाया गया था. इस पर्यटक स्थल की खास बात यह है कि यह भारत उपमहाद्वीप का पहला उद्यान- मकबरा था. हुमायूं के इस मकबरे को बादशाह हुमायूं की पत्नी बेगा बेगम ने अपने पति की याद में बनवाया था, जिसे भारतीय और फारसी कारीगरों ने मिलकर तैयार किया था.
अपनी खूबसूरत की वजह से यह जगह हमेशा से ही एक प्रसिद्ध टूरिस्ट स्पॉट रही है. बता दें कि हुमायूं के मकबरे के आसपास मेरे ‘ब्रदर की दुल्हन’,‘फितूर’,‘बजरंगी भाईजान’और कुर्बान जैसी फिल्मों को फिल्माया गया है.
लाल किला-
दिल्ली के प्रसिद्ध ‘लाल किला’ को 1638 में शाहजहां ने बनवाया गया था. इस किले पर करीब 200 सालों तक मुगलों का राज रहा. इस किले को बाहर के आक्रमणकारियों से बचने के लिए बनाया गया था . इमारत बनने के इतने साल बाद भी यह जगह बेहद खूबसूरत है और हर रोज हजारों सैलानी यहां घूमने आते हैं.
लाल किले में बॉलीवुड की कई फिल्मों की शूटिंग की गई है, जिसमें ‘बजरंगी भाईजान’,‘दिल्ली-6, पीके’,‘ब्लैक ऐंड व्हाइट’और ‘कुर्बान’जैसी फिल्में शामिल हैं.
अग्रसेन की बावली-
यह भारत की प्रसिद्ध आर्कियोलॉजिकल साइट है, जिसे 14वीं शताब्दी में महाराजा अग्रसेन ने बनवाया गया था. बावली का मतलब सीढ़ी वाला कुआं है, इस कुएं में करीब 105 सीढ़ियां हैं. बता दें कि इस किले को लाल बलुए पत्थर से बनाया गया है, यही वजह है कि यह जगह अभी भी एकदम नई दिखाई देती है. कुछ लोगों का यह भी मानना है कि इस बावली को महाभारत काल में बनाया गया था, मगर इसकी कोई भी पुष्टि नहीं है.
इस फेमस जगह पर ‘झूम बराबर झूम’,‘पीके’और सुल्तान के कुछ सीन फिल्माएं गए हैं.