Indian Railway Coach Color : लाल, नीले और हरे रंग के क्यों होते हैं ट्रेन के डब्बे, जानें क्या है हर कलर का मतलब

भारतीय रेलवे के रंगीन कोच विशेष रूप से कुछ प्रीमियम सर्विस ट्रेनों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जिनमें एलईडी लैंप, गैर-एसी स्लीपर, एसी स्लीपर, बायो टॉयलर और लंबी यात्रा वाली ट्रेनों आदि जैसी आधुनिक सुविधाएं हैं.

कई रंगों के होते हैं ट्रेन के डब्बे
वरुण सिन्हा
  • नई दिल्ली,
  • 18 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 2:11 PM IST
  • कई रंगों के होते हैं ट्रेन के डब्बे
  • हर रंग का होता है कुछ न कुछ मतलब

आप अक्सर ट्रेन में सफर करते हैं लेकिन, क्या आपने कभी ये सोचा है कि ट्रेन में तीन ही रंग के डिब्बे क्यों देखने को मिलते हैं. चलिए आज हम आपको बताते हैं इसके पीछे का कारण. सबसे पहले तो आपको बता दें कि, ट्रेन का पहला डब्बा लाल रंग, दूसरा हरे रंग और तीसरा नीले रंग का होता है. चलिए अब इसका कारण जान लेते हैं. 

नीला रंग 

सबसे पहले बात करते है नीले रंग के कोच की इसको इंटीग्रल कोच कहते हैं, यानी आईसीएफ ये भारत में निर्मित सबसे पुराने कोचो में एक है. इंटीग्रल कोच फैक्ट्री का निर्माण लोहे से होता है, जिसकी वजह से इसका वजन ज्यादा होता है. ये जनरल, एसी, स्लीपर, डेमू और मेमू के कोच शामिल होते हैं. अगर इसकी गति की बात करें तो इसकी अधिकतम गति 120 km प्रति घंटे की रफ्तार है. इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) चेन्नई में स्थित है और इसकी स्थापना साल 1952 में हुई थी.

लाल रंग 

वहीं, लाल रंग के कोच को एलएचबी इंटीग्रल कोच  (Linke Hofmann Busch) कहते हैं. इसकी निर्माण की इकाई कपूरथला में है. असल में ये कोच जर्मनी में तैयार किया गए थे जो साल 2000 में जर्मनी से भारत ले गए थे. तबसे इन लाल रंग के कोचों का निर्माण पंजाब के कपूरथला में किया जा रहा है. ये कोच असल में एल्यूमिनियम के बने होते हैं और आईसीएफ के मुकाबले काफी हल्के होते हैं. वहीं अगर इसकी गति की बात करें तो ये इसकी अधिकतम गति करीब 200km तक है यानी हाई स्पीड ट्रेंन के लिए ये कोच प्रयोग किए जाते हैं.  देखा जाए तो अब लाल रंग वाले कोचों की संख्या ज्यादा हो गई है. 

हरा रंग 

इस रंग का इस्तेमाल गरीब रथ के लिए होता है. इसके अलावा भी कई रंग होते हैं. वहीं, बिलिमोरा वाघाई पैसेंजर एक नैरो गेज ट्रेन है, जिसमें हल्के हरे रंग के कोच का उपयोग होता है लेकिन, हरा , लाल और नीला सबसे ज्यादा दिखाई देता है. भारतीय रेलवे की अलग-अलग ट्रेनें हैं जिनमें रंग, पैटर्न, रंगों, संकेतों और पट्टी के साथ विभिन्न प्रकार के कोच हैं. 

भारतीय रेलवे के रंगीन कोच विशेष रूप से कुछ प्रीमियम सर्विस ट्रेनों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जिनमें एलईडी लैंप, गैर-एसी स्लीपर, एसी स्लीपर, बायो टॉयलर और लंबी यात्रा वाली ट्रेनों आदि जैसी आधुनिक सुविधाएं हैं. 

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