राजस्थान के उदयपुर को झीलों का शहर कहा जाता है. टुरिस्ट डेस्टिनेशन होने के कारण उदयपुर डेस्टिनेशन वेडिंग्स के लिए भी काफी मशहुर है. और शादी किसी बॉलीवुड सितारे की हो या किसी बिजनेस परिवार, देशभर में चर्चा होते हुए देर नहीं लगती है. ऐसे ही इन दिनों झीलों की नगरी उदयपुर में हुआ एक अनूठा विवाह चर्चा का विषय बना हुआ है.
कहले हैं बिन मेहमान शादी की रंगत अधूरी लगती है लेकिन इस शादी में इतने खास मेहमान शामिल हुए कि लोग हर तरफ इसकी बात कर रहे हैं.
जब जानवर हुए शादी में शामिल
उदयपुर के आहड़ इलाके में हाल ही में एक दुल्हन ने अपनी शादी में अनूठी पहले करते हुए बेसहारा जानवरों की जोरदार मेहमानवाजी की. दुल्हन डिंपल भावसार ने अपनी शादी के कार्ड में भी इस आयोजन की जानकारी दी. इस पहल को उन्होंने नाम दिया-एनिमल फीड ड्राइव. इस आयोजन के तहत दुल्हन शादी की ड्रेस में अपने दोस्तों के साथ विवाह स्थल के आसपास के इलाकों में पहुंची और ढोल-नगाड़ों के बीच गलियों में घूमने वाले जानवरों को खाना खिलाया.
ये सब देख कुछ लोग हैरान थे तो कई सारे मेहमान डिंपल के साथ सूट-बूट में जानवरों को खाना खिलाने में जुट गए. शादी के बाद होने वाले रिसेप्शन में भी मेहमानों की सूची में पक्षी शामिल हए. इसके लिए डिंपल ने 300 से ज्यादा परिंडे बांटे. इसके अलावा रिसेप्शन वाले एरिया में जगह-जगह पर जीव-जंतुओं के हित में संदेश के बैनर भी लगाये गए.
शुरू की शादी स्पेशल-एनिमल फीड ड्राइव
शादी के कार्ड में भी डिंपल ने 10 से ज्यादा पशुहित के संदेश प्रिंट करवाए थे, जैसे- बेजुबान पशु-पक्षी है हर मानव की जिम्मेदारी, मानव मिलकर करें रखवाली, पशु क्रुरता महाअपराध आदि. शादी से पहले आयोजित महिला संगीत में उनकी टीम के सदस्यों ने जानवर-पक्षियों के हित से जुड़ी थीम पर एक डांस परफॉर्म किया.
दरअसल, डिंपल उदयपुर एनिमल फीड की फाउंडर हैं. कोरोना में लॉकडॉउन के दौरान से वे जीवों को सुबह-शाम खाना खिला रही हैं. उनका कहना है कि हम हमेशा शादी में केवल इंसानों के बारे में सोचते हैं मगर इन बेजुबानों के बारे में भी सोचना चाहिए. इसी कारण मैंने शादी में नई परंपरा शुरू करने का फैसला लिया और कार्ड में “शादी स्पेशल-एनिमल फीड ड्राइव” का आयोजन रखा.
हमारी संस्था की टीम ने सूट-बूट में गाजे-बाजे के साथ विवाह स्थल के आसपास बेसहारा जानवरों के लिए भोजन का कार्यक्रम रखा. जानवरों के लिए फेरों के दिन से लेकर अगले तीन दिन तक रोज अलग-अलग खाना बनेगा. डिंपल के भाई रवि भावसार ने कहा कि ये जीव-जंतु भी हमारे परिवार के सदस्यों की तरह हैं।. टीम के करीब 50 से ज्यादा लोग इस काम का जिम्मा संभालेंगे. एनिमल फीड टीम के सदस्यों को उम्मीद है कि उनके इस प्रयास से लोग जागरूक होंगे.
(धीरज रावल की रिपोर्ट)