कोरोना महामारी की वजह से पिछले 2 साल से सभी लोग स्ट्रेस में जी रहे हैं. हमारी जिंदगी में अचानक से इतने सारे बदलाव आ गए हैं. इसमें सबसे ज्यादा अगर किसे स्ट्रेस रहा है तो वो हैं घर की माएं. बच्चों की देखभाल, घर का ख्याल रखने के बीच माएं अक्सर अपना ख्याल रखना भूल जाती हैं. जिसकी वजह से ये धीरे धीरे गुस्से और फ्रस्ट्रेशन में तब्दील होता जाता है. अब इस स्ट्रेस को कम करने के लिए बोस्टन की माओं न नया तरीका निकाला है. चिल्लाना. जी हां, हाल ही में बोस्टन के एक हाई स्कूल के फुटबॉल ग्राउंड में एक एक करके 20 महिलाएं पहुंची और लगातार चीखीं. जिससे उन्हें उनके तनाव को दूर करने में मदद मिली.
घर-बच्चों में भूल जाती है अपना ख्याल रखना
दरअसल, माएं अक्सर बच्चों के पालन-पोषण, उनके करियर बनाने के लिए और काम खत्म करने के लिए अपनी इच्छाओं को मार देती हैं. ऐसे में चिल्लाना एक स्ट्रेस बस्टर के रूप में कार्य करता है.
न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, वहां मौजूद हार्मन कहती हैं, "पहली बार नियंत्रण से बाहर महसूस करना बहुत अच्छा था, मुझे काफी फ्री महसूस हो रहा है." प्रतिभागियों में से एक, जेसिका बकले ने कहा कि कई माताएं द न्यूयॉर्क टाइम्स के इस इनिशिएटिव से अनजान थीं. ये उन माताओं के लिए उपलब्ध है जो कुछ समय के लिए चिल्लाना, हंसना, रोना या अपने इमोशन को बाहर निकालना चाहती हैं.
हार्मन ने पिछले साल इस कार्यक्रम को किया शुरू
39 साल की हार्मन ने पिछले साल इस कार्यक्रम को पहली बार आयोजित किया था. वह उन माताओं को सलाह देती हैं, जो महामारी के दौर में निराशा, क्रोध और चिंता के विभिन्न चरणों से गुज़री हैं या गुजर रही हैं. 2 बच्चों की मां हार्मन ने कहा कि महामारी के दौरान उनके बच्चों ने उनके एकदम पागल कर दिया था.
कार्यक्रम में हिस्सा लेने वालीं एक मां कहती हैं, "यह आश्चर्यजनक है कि ऐसा करने के बाद आप कितना हल्का महसूस कर सकते हैं. मैं बेहतर तरीके से सोने लगी हूं."
चिल्लाने से होता है स्ट्रेस कम
मैनहटन में मनोचिकित्सक डॉ. एलेन वोरा ने इसपर कहा, “हर कोई किसी न किसी तरह से इस महामारी से प्रभावित हुआ है, लेकिन माताओं के पास बचने के लिए कोई जगह नहीं होती और न ही आराम करने का समय होता है. माताओं के पास, अपने बच्चों से अलग आमतौर पर खुद के लिए समय या जगह नहीं होती है. दो से तीन साल का दबाव है तो उसके लिए ये 20 मिनट की चीख स्वस्थ है और स्ट्रेस बस्टर का काम करेगी. "