महाराष्ट्र के सबसे पॉपुलर स्ट्रीट फूड वड़ा पाव को दुनिया की सबसे बेस्ट सैंडविच की लिस्ट में शामिल किया गया है. ये लिस्ट क्रोएशिया की ट्रैवल गाइड टेस्ट एटलस ने जारी की है जो कि दुनियाभर के पारंपरिक खानपान का लेखा जोखा तैयार करती है.
टेस्ट एटलस ने दुनिया के 100 बेस्ट सैंडविच की लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट में मुंबई का मशहूर वड़ा पाव 13वें नंबर पर रखा गया है, जो कि एक शाकाहारी खाना है. इस लिस्ट में तुर्किये की टॉम्बिक डिश पहले नंबर पर है, इसके बाद दूसरे नंबर पर पेरू का बुटीफारा और तीसरे नंबर पर अर्जेंटीना का सैंडविच डे लोमो का नाम आता है. इस लिस्ट में शामिल वडा पाव एकमात्र भारतीय सैंडविच है, जिसे भारतीय बर्गर भी कहा जाता है.
क्या है वड़ा पाव के बनने की कहानी
टेस्ट एलटस ने वड़ा पाव के बारे में लिखा है कि ये लोकप्रिय स्ट्रीट फूड अशोक वैद्य नाम के एक स्ट्रीट वेंडर की देन है. अशोक वैद्य 1960 और 1970 के दशक में मुंबई के दादर रेलवे स्टेशन के पास काम करते थे. अशोक वैद्य ने मजदूरों की भूख मिटाने के लिए एक ऐसे फूड के बारे में सोचा जो बनाने और परोसने में आसान होने के साथ ही खरीदने में सस्ता हो. साल 1966 में अशोक वैद्य को वड़ा पाव बनाने का आइडिया आया और धीरे-धीरे ये डिश मुंबई की पहचान बन गई.
ऐसे बनता है वड़ा पाव
वड़ा बनाने के लिए मसले गये आलू को बेसन में लपेट कर तला जाता है, फिर इसे पाव बन के बीच में रखकर चटनी या मिर्च के साथ गरमा गरम परोसा जाता है. शाकाहारी डिश वड़ा पाव को लोग ब्रेकफास्ट, लंच या फिर टी स्नैक्स के रूप में भी किसी भी समय खा सकते हैं.
शिवसेना ने किया वड़ा पाव को प्रमोट
वड़ा पाव के पहले मुंबई में दक्षिण भारत की डिश उडुपी लोकप्रिय हुआ करती थी. लेकिन, शिवसेना ने मुंबई में दूसरे राज्य की चीजों को बढ़ावा देने के बजाय अपने शहर की डिश को महत्व दिया. शिवसेना के प्रोत्साहन देने के बाद ही वड़ा पाव ने उडुपी की जगह ले ली और ये डिश पूरी मुंबई के लोगों के लिए खास बन गई. जाहिर है वड़ा पाव की महक दुनियाभर में फैली हुई है. यही वजह है कि इसे दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सैंडविच में शामिल किया गया है.