Delhi: वरुणजय साहनी: पांच साल की उम्र में ही कैनवास पर उकेरने लगे थे चित्र, दिल्ली में लगी 'सर्वम' पेंटिंग प्रदर्शनी के कायल हुए लोग, बोलती तस्वीरों ने मोहा मन

वरुणजय साहनी की कला न केवल देखने में आश्चर्यजनक है, बल्कि भावनात्मक रूप से भी गहरी है. उनकी पेंटिंग्स प्रेम, खुशी, हानि और आशा के विषयों की खोज करते हुए सार्वभौमिक मानवीय अनुभव को बयां करती हैं. 

'सर्वम' पेंटिंग प्रदर्शनी
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 25 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 10:05 PM IST
  • वरुणजय साहनी की 'सर्वम' प्रदर्शनी- कला, हीलिंग और रचनात्मकता की है यात्रा
  • पेंटिंग में रंगों का उपयोग है उत्कृष्ट

नई दिल्ली स्थित न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के द स्टेनलेस आर्ट गैलरी में 25 नवंबर 2023 को दिग्गज अभिनेता बलराज साहनी के पोते वरुणजय साहनी की कला प्रदर्शनी का अनावरण किया गया. 'सर्वम' नामक पेंटिंग प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्यातिथि प्रसिद्ध लेखिका और टीवी हस्ती रमा पांडे ने किया. रमा ने वरुणजय साहनी की पेंटिंग की सराहना की. इस पेंटिंग प्रदर्शनी का आप 4 दिसंबर तक दीदार कर सकते हैं. 

एक तस्वीर हजार शब्दों के बराबर
कहा जाता है एक तस्वीर हजार शब्दों के बराबर होती है यानी बिना बोले भी वो काफी कुछ कह देती है. जी हां, वरुणजय साहनी की 'सर्वम' को देखकर ऐसा ही लगा. उनकी अनोखी व मनमोहक पेंटिंग्स ने सभी का दिल जीत लिया. कला प्रदर्शनी को देखकर सभी ने मुक्त कंठ से वरुणजय द्वारा बनाई गई कला की भूरी-भूरी प्रशंसा की. 

अपने आप को रोको नहीं
वरुणजय साहनी ने कहा कि रंग कला शैली की दुनिया मैंने बचपन से देखी है. मेरी मां के यहां के कई लोग पेंटर रह चुके हैं. मेरी नानी पेंटर रह चुकी हैं. मैंने पांच साल की उम्र में कैनवास पर पेंटिंग बनानी शुरू कर दी थी. साहनी ने पेंटिंग के क्षेत्र में आने वाले नए लोगों के बारे में कहा कि वे ये न सोचें के गोला-गोला होना चाहिए, मैं कहता हूं वह त्रिभुज भी हो सकता है. उन्होंने कहा कि जो आपके अंदर है, उस अभिव्यक्ति को बाहर निकालो. निरंतर करते रहो, अपने आप को रोको नहीं. 

साहनी की पेंटिंग दर्शकों को गहरे आत्मनिरीक्षण और हीलिंग के दायरे में ले जाती हैं
वरुणजय साहनी की पेंटिंग जीवंत, अभिव्यंजक हैं और उनमें एक अनोखी यात्रा है. रंगों का उनका उपयोग उत्कृष्ट है. प्रत्येक रंग को एक विशिष्ट भावना पैदा करने के लिए सावधानीपूर्वक चुना गया है. समुद्र की सुखदायक नीली गहराई से लेकर सूर्य के उग्र आलिंगन तक, साहनी की पेंटिंग दर्शकों को गहरे आत्मनिरीक्षण और हीलिंग के दायरे में ले जाती हैं.

प्रेम, खुशी, आशा सबकुछ पेंटिंग में
वरुणजय साहनी की कला न केवल देखने में आश्चर्यजनक है, बल्कि भावनात्मक रूप से भी गहरी है. उनकी पेंटिंग प्रेम, खुशी, हानि और आशा के विषयों की खोज करते हुए सार्वभौमिक मानवीय अनुभव को बयां करती हैं. जैसे-जैसे दर्शक साहनी की दुनिया में डूबते जाते हैं, वे अपने जीवन यात्रा पर विचार करना शुरू करते हैं. 'सर्वम' केवल कला की प्रदर्शनी नहीं है. यह हीलिंग का निमंत्रण है. 

इंटरैक्टिव कार्यक्रमों की एक शृंखला की भी करेंगे मेजबानी
साहनी की पेंटिंग्स एक अनुस्मारक हैं कि हम सभी जुड़े हुए हैं और हम सभी के पास खुद को और दूसरों को ठीक करने की शक्ति है. प्रदर्शनी के अलावा, साहनी कला कार्यशालाओं और इंटरैक्टिव कार्यक्रमों की एक शृंखला की भी मेजबानी करेंगे. इन आयोजनों को प्रतिभागियों को अपनी रचनात्मकता का लाभ उठाने और कला की हीलिंग शक्ति का प्रत्यक्ष अनुभव करने के लिए डिजाइन किया गया है.

कला मेरे जीने और जीवन को अभिव्यक्त करने का है तरीका 
वरुणजय साहनी ने कहा, कला मेरे जीने और जीवन को अभिव्यक्त करने का तरीका है. यह आत्मा के लिए एक मरहम की तरह है. जीवन के तूफानों से एक आश्रय है. यह एक दर्पण है जो हमारे सबसे गहरे स्व को प्रतिबिंबित करता है, और एक खिड़की है जो मानव आत्मा की अनंत संभावनाओं को प्रकट करती है. 

साहनी ने कहा कि अपनी कलाकृति के माध्यम से मैं दर्शकों को आत्म-खोज और हीलिंग की यात्रा के लिए आमंत्रित करता हूं. मेरा लक्ष्य हम सभी के भीतर रचनात्मकता की चिंगारी को प्रज्ज्वलित करना और हमें अपने जीवन और हमारे आस-पास की दुनिया को बदलने के लिए प्रेरित करना है. सर्वम सभी को आमंत्रित करता है कि वे एक हीलिंग और प्रेरणा की यात्रा में शामिल हों. दुनिया के सुंदर रंगों को खोजें, प्रत्येक विवरण में आराम पाएं और हर रंग की शांतिप्रद शक्ति की खोज करें.


 

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