कई लोग मानसिक की शांति के लिए प्रकृति के बीच वक्त गुजारते हैं लेकिन एक यूनिवर्सिटी ऐसी है जहां सकारात्मकता लाने के लिए गौपालन शुरू किया गया है. सूरत की वीर नर्मद साउथ गुजरात यूनिवर्सिटी (VNSGU) ने अपने कंस्ट्रक्शन साइट पर लगभग पांच से सात गायों को रखने का फैसला किया है.
सकारात्मक ऊर्जा के लिए गाय की सेवा
दरअसल, ये फैसला ज्योतिषी की सलाह के बाद लिया गया है. सूत्रों की मानें तो अहमदाबाद के महाराज का कहना है कि गायों की सेवा करने से विश्वविद्यालय में आई समस्याओं जैसे पेपर लीक, कम छात्रों का पास होना साथ ही अन्य कामों में देरी होने से निजात मिलेगी. वहीं यूनिवर्सिटी का मानना है कि इससे जमीन की शुद्धि होगी और पॉजिटिव एनर्जी आएगी. अब आने वाले महीनों में यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) 2020 के तहत गाय पर रिसर्च और बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए अपने बायोटेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में 'कामधेनु चेयर' स्थापित करने का फैसला लिया गया है.
भवन के निर्माण के लिए 30 करोड़ का अनुदान
कुछ हफ्ते पहले यूनिवर्सिटी की 48 साल पुरानी एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग को गिरा दिया गया था, ऐसा इसलिए क्योंकि इस बिल्डिंग में दरारें आ गई थीं. साथ ही रिसर्च रिपोर्ट्स में सामने आया था कि ये बिल्डिंग अब उपयोग के लायक नहीं है. यही कारण है कि पिछले एक साल से एडमिनिस्ट्रेटिव ब्रांच दूसरे भवनों से काम कर रहे हैं. वहीं अब सरकार ने नए भवन के निर्माण के लिए 30 करोड़ रुपये की मंजूर दी है, जिसकी पहली किस्त कुछ हफ्ते पहले ही जारी की गई है.
VNSGU के कुलपति डॉ. के एन चावड़ा के मुताबिक, अगर नई बिल्डिंग के स्थान पर एक महीने के लिए पांच से सात गायों को रखा जाए और उनकी देखभाल की जाए, तो इससे सकारात्मक ऊर्जा पैदा होगी और एडमिनिस्ट्रेशन के लोगों का काम अच्छा चलेगा. हमने कुछ NGO से संपर्क किया है और गायों के लिए मदद मांगी है. इन गायों को एक शेड के अंदर यूनिवर्सिटी में रखा जाएगा. साथ ही अगले कुछ दिनों में NGO साइट विजिट करेंगे.' वहीं नई बिल्डिंग के प्लान को लेकर चावड़ा ने बताया कि, 'पुरानी एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग केवल दो फ्लोर की थी लेकिन नई बिल्डिंग को पांच-छह फ्लोर बनाने का फैसला लिया गया है. ऐसा इसलिए क्योंकि यहां ज्यादा से ज्यादा ऑफिस बनाए जा सकें. वहीं यहां स्टाफ और स्टूडेंट के लिए पार्किंग की सुविधा भी की जाएगी. जिसके लिए कैंपस में तीन जगहों को शॉर्टलिस्ट किया गया है. इनमें से एक जगह पर बिल्डिंग बनेगी.'
क्या है कामधेनु चेयर का उद्देश्य
कामधेनु चेयर के जरिए गाय आधारित रिसर्च को बढ़ावा दिया जाएगा जिसमें गाय आधारित खेती, ऑर्गेनिक प्रोडक्ट, आयुर्वेद और बायोगैस जैसे विषयों पर फोकस किया जाएगा. कामधेनु चेयर गाय आधारित प्रोडक्ट, बायो फर्टिलिटी और कीटनाशकों को बढ़ावा देगा. इसके अलावा यूनिवर्सिटी वर्कशॉप आयोजित करेगा और गाय आधारित इंडस्ट्री पर फोकस्ड स्टार्ट-अप करने में छात्रों की मदद करेगा.