ऑफिस में कई बार काम करते हुए झपकी आने लगे या जरा-सी देर आंख लग जाए और बॉस देख ले तो बस, डांट तो पड़नी ही है. और साथ ही, एक क्लासिक सवाल दोहरा दिया जाता है कि काम करने आते हो या सोने. पर आज हम आपको एक ऐसी कंपनी के बारे में बता रहे हैं जहां बॉस खुद अपने स्टाफ को काम के बीच आधा घंटा सोने के लिए कह रहे हैं.
जी हां, D2C होम एंड स्लीप सॉल्यूशंस कंपनी, Wakefit (वेकफिट), अपने कर्मचारियों को काम के दौरान आधा घंटा सोने के लिए दे रही है औक इसे उन्होंने "सोने का अधिकार" (Right to Nap) बताया है. वेकफिट के एक एम्पलॉयी ने Linkedin पर एक पोस्ट शेयर करके इस बारे में बताया है.
दोपहर 2 से 2.30 बजे तक ले सकते हैं नींद
पोस्ट के मुतबिक, वेकफिट के को-फाउंडर चैतन्य रामलिंगगौड़ा ने घोषणा की है कि कंपनी के सभी कर्मचारी दोपहर 2 से 2.30 बजे तक आधिकारिक तौर पर नींद की झपकी ले सकते हैं. अपने कर्मचारियों को भेजे अपने मेल में उन्होंने लिखा है कि रिसर्च के मुताबिक, दोपहर की नींद लेने से इंसान की मेमॉरी, कंसंट्रेशन, क्रिएटिविटी और प्रोडक्टिविटी बढ़ाने में मदद करती है.
नासा के एक अध्ययन से पता चलता है कि 26 मिनट की कैटनैप 33% तक परफॉर्मेंस को अच्छी कर सकती है, जबकि हार्वर्ड अध्ययन से पता चलता है कि नींद लेने से आपको थकान नहीं होती है. इन बातों को ध्यान में रखते हुए, इस कंपनी ने दोपहर की नींद को सामान्य करने का फैसला किया है. और सभी कर्मचारियों को 2 से 2.30 बजे के बीच नींद की झपकी लेने का अधिकार होगा.
कर्मचारियों को मिलेगा सोने का अनुकूल वातावरण भी
साथ ही, कंपनी का कहना है कि कर्मचारियों के लिए सोने का सही वातावरण बनाने पर भी ध्यान दिया जाएगा. ऑफिस में आरामदायक नैप पॉड्स और शांत कमरे बनाने की दिशा में भी काम किया जा रहा है. आपके बता दें कि Wakefit कंपनी को मार्च 2016 में अंकित गर्ग और रामलिंगगौड़ा ने मिलकर शुरू किया था.