What is Micro-Cheating: कहीं आप पर माइक्रो-चीटिंग तो नहीं कर रहा है आपका पार्टनर? जानिए इसके बारे में

आजकल के जमाने में प्यार-मोहब्बत का रूप और अंदाज एकदम बदल गया है. रिलेशनशिप्स को लेकर हर रोज नई टर्म्स सुनने को मिलती हैं जैसे Breadcrumbing या Situationship... और अब रिलेशनशिप से जुड़े एक और ट्रेंड के बारे में हम आपको बता रहे हैं जिसका नाम है Micro-Cheating.

What is Micro-Cheating
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 02 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 11:53 AM IST

आज के डिजिटल युग में, मॉडर्न डेटिंग और रिश्ते बहुत ही मुश्किल हो गए हैं. हम आज ऐसे जमाने में हैं जहां अगर हम सोशल मीडिया पर अपने पार्टनर के साथ फोटो पोस्ट न करें या एक-दूसरी की तस्वीर लाइक न करें तो इ बातों से रिश्ते में समस्याएं हो सकती हैं. और इससे 'माइक्रो-चीटिंग' नाम का एक नया रिलेशनशिप ट्रेंड भी शुरू हुआ है, जो अक्सर सोशल मीडिया पर देखा जाता है.

माइक्रो-चीटिंग क्या है? 
माइक्रो-चीटिंग को किसी इंसान की छोटी-छोटी हरकतों के रूप में समझाया जा सकता है, जिसे पूरी तरह से धोखा नहीं माना जा सकता है. लेकिन यह अपने साथी के साथ विश्वासघात जैसा महसूस हो सकता है. साइकोलॉजी टुडे के अनुसार, माइक्रो-चीटिंग "किसी रिश्ते में विश्वास का छोटा विश्वासघात है जो शारीरिक संबंध की सीमा को पार नहीं करता है." 

हालांकि, ये किसी व्यक्ति की छोटी-छोटी बातें या व्यवहार हैं जिससे उनके पार्टनर फील कर सकते हैं कि उन पर चीट किया गया है. और उनके रिश्ते के प्रति अपने पार्टनर की इमोशनल और फिजिकल कमिटमेंट पर सवाल उठा सकते हैं. लंबे समय में, यह किसी के रोमांटिक रिश्ते को नुकसान पहुंचा सकता है और यहां तक ​​कि ब्रेकअप की नौबत भी आ सकती है. 

माइक्रो-चीटिंग के कुछ उदाहरण हैं:

  • अपने पार्टनर की जानकारी के बिना, किसी अन्य इंसान के साथ रोमांटिक चैट करना या टेक्स्ट करना या कॉल करना.
  • अपने वर्तमान पार्टनर की जानकारी के बिना, अपने एक्स-पार्टनर से बात करना या उनकी तस्वीरों को लाइक करके उनसे जुड़े रहना. 
  • किसी आकर्षक व्यक्ति की तस्वीरों या पोस्ट को ऑनलाइन स्टॉक करना, लाइक करना या उस पर कमेंट करना. 
  • पहले से ही रिलेशनशिप में होने के बावजूद डेटिंग ऐप या साइट पर होना 
  • सोशल मीडिया पर अपने पार्टनर के साथ अपने रिश्ते को छिपाना
  • दूसरे लोगों से अपने पार्टनर की शिकायत करना

माइक्रो-चीटिंग आपके रिश्ते के लिए कैसे हानिकारक है? 
जो लोग पहले से ही किसी रिश्ते में हैं और माइक्रो-चीटिंग कर रहे हैं, ऐसे काम उनके रिश्ते में परेशानियों को दर्शाते हैं - जैसे कम्यूनिकेशन की कमी, या पार्टनर्स के बीच आकर्षण. हालांकि माइक्रो-चीटिंग में ऊपर-ऊपर से आपको लग सकता है कि इससे कोई नुकसान नहीं होगा, लेकिन इससे रोमांटिक रिश्ते में पार्टनर्स के बीच विश्वास की कमी हो सकती है. यह उस व्यक्ति को भी अपने पार्टनर और उनके रिश्ते पर सवाल उठाने के लिए मजबूर कर सकता है जिसे धोखा दिया जा रहा है. 

इस बीच, जिस व्यक्ति ने अपने पार्टनर को माइक्रो चीट करने कीशुरुआत की, वह आने वाले समय  में उन्हें इमोशनल और फिजिकल तौर पर भी धोखा दे सकता है. और इसलिए, किसी को अपने रिश्ते में हो रही परेशानियों पर बात करने क जरूरत हैं. आप जान लें कि ओपन, ईमानदार और स्पष्ट बातचीत किसी भी रिश्ते की सफलता की कुंजी है. इस बात पर चर्चा करें कि आपके लिए धोखा क्या है, क्योंकि जो आपको माइक्रो चीटिंग लग रहा हो, वह दूसरे को सिर्फ मजाक जैसा लग सकता है. याद रखें, स्वस्थ रिश्ते कड़ी मेहनत का काम है और इसे बनाने के लिए दोनों पार्टनर्स को मेहनत करनी पड़ती है.  

 

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