दिवाली के बाद महसूस होने लगा है अजीब सा खालीपन! पोस्ट फेस्टिव ब्लूज का संकेत है ये फीलिंग, बचने के लिए अपनाएं ये टिप्स

त्योहारों में अक्सर एनर्जी, एक्साइटमेंट, सोशल इंट्रेक्शन होता है. हालांकि जब फेस्टिवल खत्म होता है, तो लोगों को रोजमर्रा के जीवन में वापस लौटने में उदासी का अनुभव होता है.

Post festival blues
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 04 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 1:58 PM IST
  • क्या आपको भी त्योहार के बाद खालीपन महसूस होता है?
  • जानिए पोस्ट फेस्टिवल ब्लूज से बचने के तरीके

त्योहार ही एक ऐसा समय होता है जब आप अपने परिवार के सभी सदस्यों के साथ समय बिताते हैं, ऐसे में घर में चहल-पहल रहती है. लेकिन त्योहार खत्म होते ही सभी लोग अपने काम में लौट जाते हैं. इसकी वजह से कई लोगों को उदासी और अकेलापन महसूस होने लगता है. ऐसी फीलिंग अक्सर सभी के साथ होती है लेकिन कुछ लोग इससे बाहर निकल जाते हैं वहीं कुछ लोग इसमें फंसकर खुद को तनावग्रस्त कर लेते हैं. त्योहार बीतने के बाद कुछ लोगों को कुछ समय तक खालीपन और बेकार सा महसूस होता है.

क्या होता है पोस्ट फेस्टिवल ब्लूज
पोस्ट फेस्टिवल ब्लूज, त्योहार के बाद की उदासी या निराशा की भावना को कहते हैं. इसे फेस्टिवल एंजाइटी या फ़ेस्टिवल कमडाउन भी कहा जाता है. त्योहारों में अक्सर एनर्जी, एक्साइटमेंट, सोशल इंट्रेक्शन होता है. हालांकि जब फेस्टिवल खत्म होता है, तो लोगों को रोजमर्रा के जीवन में वापस लौटने में उदासी का अनुभव होता है. त्योहारों के बाद छाने वाली उदासी कोई मानसिक विकार नहीं है, लेकिन कई बार ये इमोशनल स्टेट भारी पड़ सकता है और हफ्तों तक बना रह सकता है. 

क्यों फील होता है पोस्ट फेस्टिव ब्लूज
लोगों से दूर होना- त्योहारों का मौसम हम अक्सर अपनों के साथ बिताते हैं. ये वो वक्त होता है जब हर कोई अपने घर लौटता है, लेकिन जब त्योहार खत्म होता है, तो लोग खुद को अलग और लोगों से दूर पाते हैं. जिसके बाद लोगों को काफी अजीब और अकेलापन महसूस होता है. 

उत्साह में कमी- त्योहारों के दौरान माहौल, संगीत और मनोरंजन से भरपूर में हम काफी पॉजिटिव महसूस करते हैं. लेकिन, वहीं त्योहार के बाद खालीपन की भावना पैदा हो जाती है. 

रोजमर्रा की जिंदगी में लौटने का गम- बेफिक्र, जश्न मनाने वाले माहौल से रोजमर्रा की जिंदगी और जिम्मेदारियों में बदलाव कुछ लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है. जो त्योहारों के बाद की उदासी की भावनाओं को और भी गहरा कर सकता है.

भावनात्मक दिक्कतें- किसी भी त्यौहार के दौरान हम काफी खुश और एक्साइटेड फील करते हैं. लेकिन वहीं त्योहार के बाद खुद को थका हुआ और इमोशनल रूप से कमजोर महसूस करते हैं. इसी वजह से पोस्ट फेस्टिव ब्लूज का एहसास होता है.

पोस्ट फेस्टिव ब्लूज से कैसे निपटें

त्योहारों के बाद थोड़ा निराश महसूस करना आम बात है. हालांकि, अपनी सेहत का ख्याल रखने और पॉजिटिव रहने के लिए हमें कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए. तो चलिए जानते हैं कि आखिर कैसे त्योहारों के बाद की उदासी को दूर किया जा सकता है.

अच्छे पलों को याद करें- त्योहारों के बाद की उदासी को दूर करने के लिए, फेस्टिवल खत्म हो जाने पर ध्यान देने के बजाय अच्छे और यादगार पलों को याद करें. याद रखें ये पल भी जल्द खत्म हो जाएगा और आप फिर अपने परिवार के साथ मौजूद होंगे.

दोस्तों या रिलेटिव्स से कनेक्टेड रहें- त्यौहार के दौरान मिले दोस्तों या लोगों से संपर्क बनाए रखें. ये आपको पोस्ट फेस्टिव ब्लूज से बचाएगा. साथ ही दोस्तों के साथ फोटोज, यादें और एक्सपीरियंस शेयर करें. 

रोजमर्रा की जिंदगी में धीरे-धीरे लौटें- अचानक बदलाव करने के बजाय धीरे-धीरे अपनी दिनचर्या में वापस आएं. इससे आप उदास होने से बच सकते हैं.

फ्यूचर इवेंट्स प्लान करें- फ्यूचर के इवेंट्स को प्लैन करें और उसका इतजार करें. भले ही वो छोटा कार्यक्रम क्यों न हो. इससे आपको त्योहार के बाद की उदासी से ध्यान हटाने में मदद मिलेगी. 

सेल्फ केयर करें- त्योहार के बाद भरपूर नींद लें, नशीले पदार्थों से दूर रहने की कोशिश करें और ऐसी एक्टिविटी करें जिनसे अपको खुशी और आराम मिले. संभव हो तो योग, एक्सरसाइज करें. 

वहीं अगर आपको फिर भी सैडनेस या डिप्रेसिंग महसूस हो, तो किसी मानसिक स्वास्थ्य प्रोफेशनल से संपर्क करें. इससे आपको अपने इमोशन से निपटने में मदद मिलेगी.

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