कॉर्पोरेट वर्ल्ड में नौकरी छोड़ने और नौकरी से निकाले जाने के अलग-अलग ट्रेंड देखने को मिलते हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि एआई के कारण लोगों की 'साइलेंट फायरिंग' शुरू हो चुकी है. अपने कर्मचारियों को "चुपचाप नौकरी छोड़ने" देने के बजाय कंपनियां जॉब की जरूरतों को मुश्किल बनाकर उनकी साइलेंट फायरिंग कर रही हैं. इस ट्रेंड में कर्मचारी पर काम का इतना दबाव बना दिया जाता है कि वह खुद ही नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर हो जाए. न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, बाद में इन्हें AI के जरिए रिप्लेस कर दिया जा रहा है.
क्या होती है 'साइलेंट फायरिंग'
हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू के अनुसार, साइलेंट फायरिंग में बिना कुछ कहे एक्शन लिया जाता है, इसमें कर्मचारी को ऐसा महसूस कराया जाता है कि वह अपनी नौकरी से संतुष्ट नहीं है. इसमें कंपनियां जानबूझ कर अपने किसी कर्मचारी की जिम्मेदारियों को कम करना, पदोन्नति या इंक्रीमेंट रोकना या उनकी प्रोफेशनल ग्रोथ में रुकावट बनना शामिल है. आसान भाषा में कहें तो साइलेंट फायरिंग में कंपनियां काम की जरूरतों को इतना मुश्किल बना देती हैं कि कर्मचारी खुद ही जॉब छोड़ने पर मजबूर हो जाते हैं.
कैसे की जाती है साइलेंट फायरिंग
साइलेंट फायरिंग में ऐसा माहौल बनाया जाता है, जिसमें एम्प्लॉई खुद को आइसोलेटेड पाता है. इस तरह कंपनियां खुद को औपचारिक छंटनी से जुड़ी जटिलताओं और लागतों से बचा पाती हैं. साइलेंट फायरिंग कंपनियों को लीगल एक्शन से भी बचाती है, क्योंकि इसमें किसी कर्मचारी को निकाला नहीं जाता बल्कि उसे खुद ही जॉब छोड़ने पर मजबूर किया जाता है.
अमेजन के 73% कर्मचारी नौकरी छोड़ने पर कर रहे विचार
अमेजन में यह ट्रेंड शुरू भी कर दिया गया है. प्रोस्पेरो. एआई के सीईओ और फास्ट कंपनी के कंट्रीब्यूटर जॉर्ज कैलास का दावा है कि अमेजन कर्मचारियों को सप्ताह में पांच दिन ऑफिस आने के लिए मजबूर कर रहा है, जबकि ज्यादातर कर्मचारी सप्ताह में 5 दिन ऑफिस आने के खिलाफ हैं. एक सर्वे में पाया गया कि इसकी वजह से 73% कर्मचारी नौकरी छोड़ने पर विचार कर रहे हैं.
कर्मचारियों को हफ्ते में 5 दिन ऑफिस आने पर मजबूर कर रहा अमेजन
जॉर्ज कैलास का मानना है कि यह बदलाव 'साइलेंट फायरिंग' रणनीति के रूप में शुरू किया गया है, जिसे कर्मचारियों पर नौकरी छोड़ने के लिए दबाव डालने के लिए डिजाइन किया गया है, इससे कंपनी फायरिंग से भी खुद को बचा पाएगी और कर्मचारियों की संख्या खुद ब खुद कम हो जाएगी क्योंकि जाहिर है कर्मचारी 5 दिन ऑफिस आने की पॉलिसी को स्वीकार नहीं करेंगे और दूसरी नौकरी की तलाश में लग जाएंगे.