लेह लद्दाख (Leh Ladakh) भारत के सूबसूरत केंद्र शासित प्रदेश में से एक है. इस वजह से ये भारत के पर्यटन स्थलों में से एक है. ज्यादातर लोग लेह लद्दाख को एक ही जगह समझते हैं जबकि ये दोनों अलग-अलग हैं. लेह लद्दाख की पहाड़ियां, गहरी नीली झीलें और सुंदर सड़कें यात्रियों को आकर्षित करती हैं. अपने कठिन रास्तों, सुंदर मठों और बर्फबारी की वजह से घूमने के लिए ये जगह सबसे बेस्ट मानी जाती है. आज हम आपको लद्दाख में घूमने वाली ऐसी ही कुछ जगहों के बारे में बताएंगे.
लेह पैलेस (Leh Palace)
एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित लेह पैलेस मध्यकालीन तिब्बती वास्तुकला के बेहतरीन उदाहरणों में से एक है. ये महल पत्थरों, लकड़ी, मिट्टी और रेत से बना है और अक्सर इसकी तुलना ल्हासा में विश्व प्रसिद्ध पोटाला पैलेस से की जाती है. महल की दीवारें सर्दियों में गर्मी और गर्मियों में ठंडक प्रदान करती हैं. पैलेस के आंतरिक भाग को मुकुट, सेरेमोनियल ड्रेसेज, आभूषण और कलात्मक चित्रों से सजाया गया है.
शांति स्तूप (Shanti Stupa)
शांति स्तूप एक सफेद गुंबद वाला स्मारक है जो एक खड़ी पहाड़ी की चोटी पर बना है. बर्फ से ढकी चोटियों का सामना करता हुआ ये स्तूप स्थानीय लोगों और जापानी बौद्धों ने मिलकर बनाया था. इसने बौद्ध धर्म के 2500 वर्षों को चिह्नित किया और मनाया और इसे शांति का प्रतीक भी माना गया. स्तूप में बुद्ध की एक सोने की मूर्ती और उनके जन्म और मृत्यु की तस्वीरें रखी है. रात में जगमगाते हुए ये काफी खूबसूरत लगता है. अगर आप एक जादुई सूर्योदय या सूर्यास्त देखना चाहते हैं, तो लद्दाख आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है.
निम्मू में संगम (Sangam at Nimmu)
लेह के रास्ते में श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर संगम स्थित है. यह निम्मू में दो नदियों का संगम है. यहां देखने वाली सबसे दिलचस्प बात ये है कि यहां सिंधु का चमकीला हरा पानी ज़ांस्कर के भूरे पानी के साथ मिलता है. यह विशेष रूप से प्रकृति प्रेमियों के लिए एक शानदार दृश्य होता है.
लामायुरु मठ (Lamayuru Monastery)
कारगिल और लेह के बीच एक विचित्र गांव है लामायुरु. लामायुरु अपने चंद्रमा जैसे भूभाग के लिए जाना जाता है, इसलिए इसे 'मूनलैंड' भी कहा जाता है. एक ऐसी कहानी भी है कि 'नरोपा' नाम का एक लामा पानी के भीतर डूबे होने पर इस भूमि पर चला गया था. उनके अनुरोध पर पानी कम हो गया और इस प्रकार उन्होंने मठ की स्थापना की, जो अब प्रसिद्ध 'लामायुरु मठ' है. लद्दाख के सबसे खूबसूरत मठों में से एक इस मठ के भीतरी भाग में कई सारी खूबसूरत पेंटिंग्स और चित्र हैं. प्रार्थना कक्ष के बगल में एक गुफा में नरोपा और उनके शिष्यों की मूर्तियाँ हैं, जो इस मंदिर के मुख्य आकर्षण में से एक हैं.
खारदुंगा ला पास (Khardunga LA Pass)
नुब्रा घाटी के रास्ते में लद्दाख में एक लोकप्रिय गंतव्य खारदुंग ला दर्रा है जो दुनिया की सबसे ऊंची सड़क है जहां पर मोटरबाइफ भी जा सकती है. यह 18,380 फीट की चौंका देने वाली ऊंचाई पर स्थित है. यहां पर आपको विंटर वंडरलैंड जैसा फील होगा. ऐसा इसलिए है क्योंकि आपके आस-पास चट्टानों से लेकर सड़कों तक पहाड़ों तक सब कुछ बर्फ में लिपटा हुआ है.
हुंडर में रेत के टीले (Hunder)
इस घाटी में सबसे लोकप्रिय आकर्षणों में से एक हुंडर गांव है. हर साल यह जगह हजारों यात्रियों से भरी होती है, जो सुनहरे भूरे पहाड़ों से घिरे रेत के टीलों को देखने के लिए आते हैं. आप में से ज्यादातर लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होगी कि लद्दाख वास्तव में एक ऊंचाई वाला ठंडा रेगिस्तान है.
तुरतुक (TurTuk)
पाकिस्तान की सीमा से सटा TurTuk 'नियंत्रण रेखा (एलओसी)' पर स्थित सबसे नजदीकी गांव है. सीमा के इतने करीब स्थित, यह एकमात्र ऐसा गांव है जहां पर्यटकों को जाने की अनुमति है. मुस्लिम आबादी से बसा यह विचित्र गांव भारत के अंतिम शहरों में से एक है जहां प्रमुख बालती संस्कृति है.
पैंगोंग त्सो झील (PANGONG TSO LAKE)
लद्दाख कई ऊंची झीलों का घर है, लेकिन पैंगोंग त्सो की भव्यता की बराबरी कोई नहीं कर सकता. इस जगह पर फिल्म '3 इडियट्स' की शूटिंग हुई है. भारत-चीन सीमा पर 4350 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पैंगोंग झील लद्दाख के सबसे लोकप्रिय आकर्षणों में से एक है. यह सबसे बड़े खारे पानी की झीलों में से एक है जो लगभग 100 किलोमीटर में फैली है.