कई लोग ऐसा सोचते हैं कि काश उनको हर महीने एक इनकम होती तो वो आराम से जीवन जीते. कोई काम नहीं करते, कोई नौकरी नहीं करते. लेकिन क्या ये सच है? अगर सैलरी से ज्यादा पैसा मिलने लगे तो वो अपनी जॉब छोड़ देंगे? जर्मनी की एक संस्था ने इस सवाल का जवाब तलाशने की कोशिश की. लेकिन इसका जवाब हैरान करने वाला था. इस सर्वे में ये देखने को मिला कि हर चीज मुफ्त में मिलने के बाद भी लोगों ने नौकरी नहीं छोड़ी.
स्टडी में क्या आया सामने?
जर्मनी के बर्लिन की एक एनजीओ माइन ग्रुंडआइनकोम्मेन ने एक स्टडी की. इस स्टडी में सामने आया कि बेसिक इनकम पाने वाले लोग भी हफ्ते में औसतन 40 घंटे काम करते रहे. इस स्टडी में ये सामने आया कि हर महीने जिनको मुफ्त में पैसे मिले, उन्होंने अपनी नौकरी नहीं छोड़ी, अपना काम करते रहे.
कैसे की गई स्टडी-
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक बर्लिन की एनजीओ ने 21 साल से 40 साल की उम्र के 122 लोगों पर सर्वे किया. संस्था ने इन सभी लोगों को हर महीने 1.20 लाख रुपए दिए. उन लोगों को इस पैसे के बदले कोई काम नहीं करना था. इसके साथ ही वो इस पैसे को कहीं भी खर्च कर सकते हैं. उनसे ये पैसा वापस नहीं लिया जाना था. ये ऐसे लोग थे, जो अकेले रहते थे और हर महीने 1.10 लाख से 2.6 लाख रुपए कमा रहे थे. संस्था ने ये स्टडी जून 2021 से मई 2024 तक की.
काम करना पसंद करते हैं लोग-
स्टडी में ये साफ हो गया कि बेसिक इनकम पाने वाले लोग भी हफ्ते में लगातार काम करते रहे. वो उन लोगों जैसा ही हफ्ते में 40 घंटे काम करते रहे, जिनको कोई अतिरिक्त पैसा नहीं मिला. इस स्टडी से वियना यूनिवर्सिटी ऑफ इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस की प्रोफेसर सुसान फिडरल भी जुड़ी रहीं. इस स्टडी पर उन्होंने कहा कि हमें ऐसे कोई सबूत नहीं मिला, जिससे ये साबित हो सके कि लोग काम नहीं करना पसंद करते हैं.
कई लोगों को ऐसा लगता है कि अगर इंसान को हर सुविधा मिले, उसकी हर जरूरत पूरी हो, उसको पैसा मिलने लगे तो वो काम करना बंद कर देगा. लेकिन जब जर्मनी की एक संस्था ने एक स्टडी की तो उसमें निकलकर आया कि पैसा मिलने के बाद भी इंसान काम करना बंद नहीं करता है.
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