World Food Safety Day: इन चटकारों के अलावा बनारस में मिलने वाली ओस से बनी मिठाई भी है बेहद खास

भारत के मजेदार पकवानों को चखने के लिए दुनिया भर के लोग आते हैं. इसकी वजह भारतीय खानों के स्वाद में मिलने वाला नयापन है. चाहे पानी पूरी हो या नुक्कड़ों में मिलने वाली चाय ही क्यों ना हो... सबका जायका अलग होता है, और यही भारतीय पकवानों की खासियत है.

pani puri
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 07 जून 2022,
  • अपडेटेड 1:09 PM IST

आज पूरी दुनिया में वर्ल्ड फूड डे ( world food safety day) मनाया जा रहा है. इस दिन का मकसद खाद्य सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करना है. ये दिन दुनिया के तमाम देशों के साथ भारत में भी मनाया जा रहा है. जिस तरह से भारतीयों को लजीज पकवानों का शौक है उसे देखते हुए ये दिन हमारे लिए और खास हो जाता है. भारत के हर शहर से लेकर कस्बों में खान-पान और खाने का स्वाद बदलता है. चाहे वो कश्मीर का रोगन जोश हो, बिहार का लिट्टी चोखा हो या फिर देश के कोने-कोने में मिलने वाली चाय, चाट फिर पानी पूरी ही क्यों ना हो, एक गली से दूसरी गली में जाते ही इनका स्वाद बदल जाता है. इसी बदले- बदले स्वाद को चखने के लिए  देश-दुनिया से लोग आते हैं. ऐसे में हम आपको भारत के कुछ लजीज पकवानों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे आपको एक बार जरूर चखना चाहिए. 

हैदराबाद की ईरानी चाय

वैसे तो हैदराबाद का नाम सुनते ही हैदराबादी बिरयानी का ख्याल आ जाता है, लेकिन हैदराबाद की ईरानी चाय भी स्वाद और सेहत में कुछ कम नहीं है. ये चाय आम चाय से काफी अलग है. गूगल पर मिली जानकारी के मुताबिक ये चाय ईरान से चलकर पहले मुंबई आई थी, और फिर हैदराबाद, हैदराबाद में इस चाय को खूब प्यार मिला. बता दें कि ईरान के चाय वाले हिंदुस्तान में अपनी चाय बेचने आए थे और बस यहीं से इसकी शुरूआत हुई. ईरानी चाय के बारे में एक फिल्म 'ईरानी चायवाला' भी बन चुकी है, फिल्म की कहानी में ईरानी चाय वालों का भारत में आना और अपनी चाय को लोगों के बीच फेमस बनाने के सफर को दिखाया गया है. 

बनारस की मलइयो

वैसे तो बनारस शहर में कई चीजें बेहद ही खास हैं. लेकिन शायद ही आपने बनारस की उस मिठाई के बारे में सुना होगा जिसे बनाने में ओस की बूंद का इस्तेमाल किया जाता है. इस मिठाई का नाम 'मलइयो' है. ओस की बूंद को मिलाकर बनाने की वजह से इस मिठाई को सिर्फ ठंडियों में ही बनाया जाता है. 

उड़ीसा का सी-फूड

समुद्र किनारे बसा उड़ीसा का पुरी सी -फुड के लिए भी खूब मशहूर है.  पुरी के समुद्र के तटो पर आप बंगाली और उड़िया भोजनों का लुत्फ उटा सकते हैं. बता दें कि उड़ीसा का 'खाजा' भी खूब फेमस है. खाजा मैदा, चीनी व घी  के इस्तेमाल से बनाया जाता है. 

पानी पुरी

पानी पुरी, या गोल गुप्पा को सड़क पर खाने का अलग मजा हैं. पूरी सूजी या गेंहू से बने गोले होते हैं.

जिसके अंदर मसालेदार आलू, छोले और मसालेदार इमली भर के खट्टे पानी के साथ खाया जाता है. 


 

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