पेंटागन को पीछे छोड़ भारत में अब दुनिया की सबसे बड़ी ऑफिस बिल्डिंग होगी. ये सूरत में होने वाली है. इस इमारत में 7.1 मिलियन वर्ग फुट से अधिक फर्श की जगह शामिल है. अभी तक दुनिया की सबसे बड़ी ऑफिस बिल्डिंग पेंटागन थी. 80 साल तक ये खिताब पेंटागन ऑफिस के पास में था, लेकिन अब ये भारत के नाम पर होगा. सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह उपाधि अब गुजरात के सूरत में एक इमारत ने ले ली है, जिसमें हीरा व्यापार केंद्र (Diamond Trading Centre) होगा.
दुनिया का जेम कैपिटल है सूरत
दरअसल, सूरत को दुनिया के जेम कैपिटल (Gem Capital) के रूप में जाना जाता है जहां दुनिया के 90 प्रतिशत हीरे तराशे जाते हैं. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, नवनिर्मित सूरत डायमंड बोर्स कटर, पॉलिशर्स और व्यापारियों सहित 65,000 से अधिक हीरा पेशेवरों के लिए ये "वन-स्टॉप डेस्टिनेशन" होगा. ये 15 मंजिला इमारत 35 एकड़ भूमि में फैली हुई है और इसमें नौ आयताकार स्ट्रक्चर हैं. वे सभी एक सेंट्रल स्पाइन के माध्यम से आपस में जुड़े हुए हैं.
दुनिया की सबसे बड़ी ऑफिस बिल्डिंग बनाने वाली कंपनी के अनुसार, इसमें 7.1 मिलियन वर्ग फुट से अधिक फर्श की जगह शामिल है. इस इमारत का आधिकारिक उद्घाटन इस साल नवंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले हैं. इस इमारत को बनने में पूरे 4 साल लगे हैं.
गुजरात में डायमंड बोर्स को प्रमोट करने के लिए है
एसडीबी वेबसाइट के अनुसार, कॉम्प्लेक्स में एक मनोरंजन क्षेत्र और पार्किंग क्षेत्र है जो 20 लाख वर्ग फुट में फैला हुआ है. यह एक गैर-लाभकारी संस्था एसडीबी डायमंड बोर्स द्वारा प्रचारित है. साथ ही ये कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 8 के तहत रजिस्टर्ड है और सूरत, गुजरात में डायमंड बोर्स की स्थापना और प्रचार के लिए बनाई गई है.
कई लोग हर दिन ट्रेन से मुंबई से यहां तक सफर करते हैं, लेकिन अब इससे छुटकारा मिल सकेगा. सीएनएन से बात करते हुए, प्रोजेक्ट के सीईओ महेश गढ़वी ने कहा कि ये नया बिल्डिंग कॉम्प्लेक्स हजारों लोगों को व्यापार करने के लिए ट्रेन से की जाने वाली दैनिक यात्रा से बचाएगा.
पहले ही खरीद लिए हैं ऑफिस
इस बिल्डिंग को एक अंतरराष्ट्रीय डिजाइन प्रतियोगिता के बाद इंडियन आर्किटेक्चर फर्म मॉर्फोजेनेसिस ने डिजाइन किया है. इसे लेकर सीईओ महेश गढ़वी ने कहा, "पेंटागन को पछाड़ने का हमने सोचा भी नहीं था. ये हमारे प्लान में भी नहीं था. बल्कि, ये प्रोजेक्ट कितना बड़ा होगा इसपर तय होता था.” उन्होंने बताया कि सभी ऑफिस बनने से पहले ही डायमंड कंपनियों ने खरीद लिए हैं.