उत्तर भारत में लोगों के दिलों में बटर चिकन की एक खास जगह है. लेकिन कौन जानता था कि यह स्पेन के लोगों का दिल भी चुरा लेगा? हमारे देसी स्वादों को वैश्विक स्तर पर ले जाने वाली भारतीय पेस्ट्री शेफ, प्रशिक्षक और सलाहकार ज़रीन शौकत ने हाल ही में स्पेन में आयोजित World Tapas Competition 2023 में चौथा स्थान हासिल किया है.
तापा की स्पेनिश डेलिकेसी को एक इंडियन ट्विस्ट देते हुए, शौकत ने बटर चिकन से इंस्पायर्ड मुर्ग मखनी मिल फ्यूइले बनाया. उनका मानना था कि यह हमारे देश के स्वाद, रंग और वाइब्रेंसी का पूरी तरह से प्रतिनिधित्व करता है.
अनजान लोगों के लिए, तापा एक स्पैनिश ऐपेटाइज़र है, जिसे गर्म या ठंडा परोसा जाता है. इसे आमतौर पर बार में फूड, जैसे कि फ्रांसीसी हॉर्स डी'ओउवर्स और रूसी ज़कुस्की को कॉम्पलीमेंट करने के लिए ड्रिंक के साथ खाया जाता है. शौकत ने द इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में बताया कि कैसे उन्हें अपनी विनिंग डिश मिली.
कैसे शेफ बनीं ज़रीन शौकत
शौकत ने शौक के तौर पर खाना पकाना शुरू किया. लेकिन उनके खाने की इतनी तारीफ होती थी कि उन्होंने घर से ही बेकिंग व्यवसाय शुरू किया. अपनी स्किल्स को अच्छा करने के लिए उन्होंने कोर्सेज पर रिसर्च की और मुंबई के सोफिया कॉलेज में उनके बेकिंग और पैटिसरी कोर्स के लिए आवेदन किया. लेकिन उन्हें एडमिशन नहीं मिला. वह पहले निरश हुईं लेकिन फिर उन्हें उनकी सही राह मिली लंदन के ले कॉर्डन ब्लू में. उन्होंने एंटोनियो बाचौर, करीम बौर्गी और नीना तारासोवा जैसे कई इंटरनेशनल पेस्ट्री शेफ के संरक्षण में ट्रेनिंग ली.
उनकी प्रोफेशनल ट्रेनिंग के साथ-साथ, लगातार असफलताओं और उनसे मिले सबक ने उन्हें सुधार करने और बेहतर बनने के लिए प्रेरित किया. World Tapas Competition में चौथा स्थान हासिल करने पर शौकत ने कहा कि उनके लिए राह आसान नहीं थी. उनके प्रतिस्पर्धी दुनिया के अनुभवी और अच्छी तरह से ट्रेन्ड शेफ्स में से थे, जो दुनिया भर के कुछ बेहतरीन होटलों और रेस्तरां से जुड़े थे. लेकिन शौकत अपने भारत देश को गौरवान्वित कर पाईं और यह उनके लिए बहुत खुशी का दिन थी.
क्यों बनाया मुर्ग मखनी
शौकत ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि भारत की समृद्ध संस्कृति और विरासत को प्रदर्शित करने के लिए उन्होंने मुर्ग मखनी मिल फ्यूइल का चयन किया. उन्होंने इसे पारंपरिक तरीकों का उपयोग करके बनाया. मेज़बान देश के सम्मान में उन्होंने यहां स्पैनिश केसर का भी उपयोग किया.
इसके ऊपर पुदीना कैवियार और पापड़म डाला गया था. उन्होंने पफ पेस्ट्री बनाकर अपने पेस्ट्री कौशल का भी प्रदर्शन किया. फिर डिश को एक केले के पत्ते और एक पीतल के बक्से पर प्रस्तुत किया, जैसा कि भारत में प्रथा है. उनकी डिश सभी को बहुत पसंद आई. अब वह भारत लौट आई हैं और अपने छात्रों को बतौर पेस्ट्री शेफ बहुत कुछ सिखाना चाहती हैं.