विश्व जल दिवस पर UN की रिपोर्ट ने चिन्ता थोड़ी और बढा दी है. क्योकि इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अगर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो जल्दी ही दुनिया जल संकट का सामना करेगी. पहले आपको इस रिपोर्ट की जरूरी बातें संक्षेप में बता देते हैं. इसमें कहा गया है कि पानी के जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल की वजह से दुनिया तेजी से सूख रही और दुनिया की 26% आबादी साफ पानी की कमी से जूझ रही है. दुनिया के दो अरब लोग दूषित जल पीने को मजबूर हैं. जिसकी वजह से उन्हें कई तरह की बीमारियां हो रही हैं. रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि मीठे पानी के स्रोत दुनिया में सबसे अधिक खतरे में हैं. इस रिपोर्ट को तैयार करने वाले रिचर्ड कॉनर ने कहा कि अगर ठोस कदम नहीं उठाए गए तो जल्द ही दुनिया के सामने जल संकट होगा और करीब 50 फीसदी आबादी बुनियादी स्वच्छता से दूर होगी. फिलहाल दुनिया की 10 फीसदी आबादी ऐसे देशों में रहती है जहां पानी का संकट गंभीर स्तर पर पहुंच चुका है.
The report of UN on World Water Day has increased the concern a little more. Because it has been claimed in this report that if no concrete steps are taken then soon the world will face water crisis. First, let us briefly tell you the important things of this report. It has been said that due to excessive use of water, the world is drying up rapidly and 26% of the world's population is suffering from lack of clean water. Two billion people of the world are forced to drink contaminated water. Because of which they are getting many diseases. The report warns that freshwater sources are among the most threatened in the world. Richard Connor, who prepared this report, said that if concrete steps are not taken, soon there will be a water crisis in front of the world and about 50 percent of the population will be away from basic sanitation. Currently, 10 percent of the world's population lives in countries where the water crisis has reached a critical level.