प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 से 14 फरवरी को यूएई (UAE) का दौरा करेंगे. यहां पीएम अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर 'बीएपीएस मंदिर' (BAPS Mandir) का उद्घाटन करेंगे. यहां पर वो पश्चिम एशिया के टॉप लीडर्स से मुलाकात भी करेंगे. बीएपीएस मंदिर के उद्घाटन के अलावा, पीएम मोदी 13 फरवरी को 'अहलान मोदी' कार्यक्रम में भारतीय प्रवासियों को भी संबोधित करेंगे.
यूएई (UAE) का पहला ट्रेडिशनल मंदिर 27 एकड़ में फैला है. इस खूबसूरत मंदिर को बनाने में भारत और यूएई दोनों ने मिलकर पूरा सहयोग किया है. अबू धाबी के क्राउन प्रिंस और यूएई सशस्त्र बलों के डिप्टी सुप्रीम कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने मंदिर के निर्माण के लिए 2015 में 13.5 एकड़ जमीन दान की थी.
अबू धाबी में पहले पारंपरिक BAPS हिंदू मंदिर की नींव 20 अप्रैल, 2019 को रखी गई थी. इस मंदिर को भारत के कारीगरों ने बनाया है. भारत और यूएई के बीच सद्भाव के प्रतीक के तौर पर इस मंदिर का निर्माण किया गया है.
इस मंदिर में देश के सात अमीरातों का प्रतिनिधित्व करने वाली सात मीनारें हैं. इसे बनाने में उत्तरी राजस्थान से अबू धाबी तक गुलाबी बलुआ पत्थर पहुंचाया गया. इस मंदिर में लगे पत्थरों की नक्काशी तीन हजार कारीगरों ने की है. मंदिर की नींव में कंक्रीट के मिश्रण के साथ फ्लाई ऐश का इस्तेमाल किया गया है.
बीएपीएस हिंदू मंदिर दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक कूटनीतिक और सहयोग के महत्व को दिखाता है. इस मंदिर की ऊंचाई 108 फीट है. लंबाई 79.86 मीटर और चौड़ाई 54.86 मीटर है. इसे बनाने में 18 लाख ईंटों का इस्तेमाल किया गया है.
इस मंदिर के निर्माण में 700 करोड़ रुपए से ज्यादा का खर्च आया है. मंदिर के बाहरी हिस्से में 96 घंटियां लगाई गई हैं. मंदिर में दो शानदार गुंबद बनाए गए हैं. इतना ही नहीं मंदिर के अंदर की कलाकृतियां देखने लायक हैं.