Maha kumbh 2025:महाकुंभ में दिखेगा रुद्राक्ष का अनोखा संसार, 5 करोड़ 51 लाख रुद्राक्षों से बनेगा द्वादश ज्योतिर्लिंग

महाकुंभ में भगवान शिव की साधना का अनोखा संकल्प श्रद्धालुओं को इस बार दर्शन के लिए मिलने जा रहा है. संत परमहंस आश्रम, बाबूगंज सगरा अमेठी के पीठाधीश्वर अभय चैतन्य ब्रह्मचारी मौनी बाबा की तरफ से इसे मूर्त रूप दिया जा रहा है.

Maha Kumbh 2025
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 26 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 2:34 PM IST
  • महाकुंभ में अद्भुत छटा बिखरेगी
  • रुद्राक्षों से बनने वाले हैं द्वादश ज्योतिर्लिंग

13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ को लेकर तैयारियां तेजी से अंतिम चरण की ओर बढ़ रही हैं. संगम नगरी प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ में देश-विदेश से हजारों संत महात्मा आ रहे हैं. इस बार के महाकुंभ में कई ऐसी चीजें पहली बार देखने को मिलेंगी. इनमें से एक रुद्राक्षों से बनने वाले द्वादश ज्योतिर्लिंग भी है, जिसकी तैयारी मौनी बाबा के इस कैंप में चल रही है. संत परमहंस आश्रम बाबूगंज अमेठी के पीठाधीश्वर मौनी बाबा की ओर से रुद्राक्ष के बारह शिवलिंग का निर्माण कराया जा रहा है.

5 करोड़ से ज्यादा रुद्राक्ष के बारह ज्योतिर्लिंग के दर्शन भी होंगे
महाकुंभ में भगवान शिव की साधना का अनोखा संकल्प श्रद्धालुओं को इस बार दर्शन के लिए मिलने जा रहा है. संत परमहंस आश्रम, बाबूगंज सगरा अमेठी के पीठाधीश्वर अभय चैतन्य ब्रह्मचारी मौनी बाबा की तरफ से इसे मूर्त रूप दिया जा रहा है. यहां 5 करोड़ 51 लाख रुद्राक्ष से संगम किनारे बारह शिवलिंग का निर्माण किया जा रहा है.

रुद्राक्ष के बारह शिवलिंग का निर्माण कराया जा रहा
ये ही नहीं बल्कि भगवान शिव का श्रृंगार उनके त्रिशूल से किया जा रहा है. शिव की इस महा साधना में शिवलिंग के चारों तरफ 11 हजार त्रिशूल का स्थापित होंगे, जिनका निर्माण कर लिया गया है. इन त्रिशूलों में काले रंग का त्रिशूल आतंकवाद का नाश करने वाला, पीले रंग का त्रिशूल महामारी का शमन करने के लिए, लाल रंग का त्रिशूल वैभव और लक्ष्मी की वृद्धि करने वाला और सफेद रंग का त्रिशूल ज्ञान की वृद्धि करने वाला माना जाता है. ये 11 हजार त्रिशूल संगम किनारे स्थापित हो रहे बारह शिवलिंग के चारों तरफ लगेंगे. यह अनुष्ठान हिंदू राष्ट्र की रक्षा आतंकवाद की समाप्ति,राष्ट्र रक्षा देश हित मे किया जाएगा.

-पंकज श्रीवास्तव की रिपोर्ट

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