शुभ घड़ी जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, शिव भक्तों का उत्साह देखते बन रहा है. जो बाबा के दर्शन से पहले श्रद्धा के सागर में डुबकी लगा रहे हैं. 2 सालों से शिव भक्तों को इसी घड़ी का तो इंतजार था. कैलाशपति के महापर्व की तैयारी पूरी हो चुकी है. शिव भक्तों को ऐसी सौगात मिली है, जिसे सुनकर श्रद्धालुओं के चेहरे खिल उठे हैं.
हेलिकॉप्टर टिकट की बुकिंग शुरू-
सरकार ने शिव भक्तों को बड़ी सौगात दी है. अमरनाथ यात्रा 2022 के लिए ऑनलाइन हेलिकॉप्टर बुकिंग सेवा पोर्टल का शुभारंभ किया गया है. श्रद्धालु यात्रा के लिए हेलिकॉप्टर टिकट की बुकिंग के लिए श्राइन बोर्ड की वेबसाइट www.jksasb.nic.in पर आसानी से लॉग इन कर सकते हैं. इस सुविधा की शुरुआत से अब श्रद्धालुओं के समय की काफी बचत होने वाली है. इस साल अमरनाथ यात्रा पर आठ लाख से भी ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है. इस बार हेलिकॉप्टर यात्रा के अलावा दो और मार्गों पर रोजाना, हर रूट पर 10 हजार श्रद्धालु जा सकते हैं.
खर्च करने होंगे इतने रुपए-
हेलिकॉप्टर से अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को जेब ढीली करनी होगी. श्रीनगर से नीलग्रथ का एकतरफा शुल्क 11700 रुपए होगा. जबकि श्रीनगर से पहलगाम के लिए 10800 रुपए और नीलग्रथ से पंचतरणी के लिए 2800 रुपए खर्च करने पड़ेंगे. पहलगाम से पंचतरणी के लिए 4200 रुपए खर्च करने होंगे.
तीसरा हवाई मार्ग शुरू करने की योजना-
केंद्र सरकार ने अमरनाथ तीर्थयात्रियों के लिए तीसरा हवाई मार्ग शुरू करने की योजना बनायी है. ये फैसला भारी भीड़ के अंदेशे को देखते हुए किया गया है. इसी के तहत श्रीनगर से पंचतरणी के लिए नयी हेलिकॉप्टर सेवा शुरु हो गई है. ये अमरनाथ यात्रा का आखिरी पड़ाव है. फिलहाल दो हेलिकॉप्टर सेवाएं पहले से चल रही हैं.
30 जून से शुरू होगी यात्रा-
अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू होगी और 43 दिनों तक जारी रहेगी. अब तक बालटाल और पहलगाम से पंचतरणी के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध हैं. पंचतरणी उतरने के बाद तीर्थयात्री पैदल या खच्चर की सवारी करके या पालकी में सवार होकर छह किलोमीटर दूर अमरनाथ मंदिर पहुंचते हैं.
यात्रा का समापन 11 अगस्त को होगा. लिहाजा सुरक्षा के भी सख्त इंतज़ाम किए गए हैं, ताकि बाबा बर्फानी के दरबार में निर्बाध आस्था का मेला सजे और भक्तों की हर मनोकामना पूरी हो सके.
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