अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर तैयारी जोर-शोर से की जा रही है. एक तरफ भव्य राम मंदिर के निर्माण को अंतिम रूप दिया जा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने वाले साधु-संतों और आमंत्रित सदस्यों के लिए रहने की व्यवस्थाएं की जा रही है. अयोध्या के तमाम इलाकों में टेंट सिटी बस रही है तो कहीं टिन सिटी को तैयार किया जा रहा है. आम जनता के लिए मंदिर 23 जनवरी से ही खुलेगा लेकिन अयोध्या के होटलों में महीनो की एडवांस बुकिंग चल रही है. छोटा हो या बड़ा हर होटल के कमरे के दाम कई गुना बढ़े है.
22 जनवरी 2024 की वह तारीख है जब दशकों और पीढ़ियों से चला आ रहा सनातन धर्मियों के दिल में बसने वाले भगवान राम के मंदिर का इंतजार पूरा होगा. गुजरात के सोमपुरा परिवार का भी इंतजार खत्म होगा जिनकी निगरानी में बीते 33 सालों से मन्दिर में लगने वाले पत्थर तराशे जा रहे. पहली बार पत्थर तराशने की शुरुआत कराने वाले अन्नू भाई सोमपुरा की खुशी का ठिकाना नहीं है.
बाहरी लोगों का प्रवेश होगा वर्जित
22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन अयोध्या में किसी भी बाहरी का प्रवेश वर्जित होगा. मंदिर में दर्शन नहीं होंगे. आम दर्शनार्थियों के लिए मंदिर दो दिन पहले यानी 20 जनवरी से ही बंद कर दिया जाएगा ताकि दो दिनों में प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी की जा सके, मूर्तियां स्थापित की जा सकें. लेकिन 23 जनवरी से जब आम जनता के लिए मंदिर खुलेगा तो अयोध्या में श्रद्धालुओं का जन-सैलाब भी उमड़ेगा. जिसको देखते हुए श्री राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने वाले लगभग 4500 साधुओं संतो और 2000 VVIP के बाद आम श्रद्धालुओं के लिए अभी व्यवस्थाएं की गई है।
ये हैं तैयारियां
बनाई जा रही है टिन सिटी
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने वाले साधु-संतों को रोकने के लिए बनाई जा रही टिन सिटी का हर कंपार्टमेंट सर्दी की वजह से एयरटाइट होगा. एक कंपार्टमेंट के अंदर 3 लोगो के रुकने और नहाने आदि की व्यवस्था की गई है. मणि पर्वत इलाके के पास ऐसे 1450 कंपार्टमेंट बनाए गए हैं. अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद श्रद्धालुओं का बड़ा जन सैलाब उमड़ेगा. ऐसे में विकसित हो रही अयोध्या में श्रद्धालुओं को कोई कमी ना हो, इसके लिए दुनिया के सबसे बड़े श्रद्धालुओं के आयोजन में लाखों लोगों के ठहरने का इंतजाम करने वालों को संगम नगरी से राम की नगरी बुलाया गया है.
अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं को पानी की कमी ना हो, इसके लिए भी व्यवस्थाएं की जा रही है. 6 बोरवेल अलग से ट्रस्ट ने लगाए हैं. पानी के टैंक जगह-जगह स्थापित किए जाएंगे, इसके लिए लोहे के स्ट्रक्चर तैयार हो रहे हैं. ट्रस्ट के साथ साथ तमाम अन्य कंपनियों ने भी रुकने ठहरने के इंतजाम किए हैं. ब्रह्म कुंड गुरुद्वारा के पास 30 और राम कथा पार्क के नया घाट पर 40 लक्जरी टेंट्स की सिटी भी तैयार है. जिसमें मौजूदा समय में एक दिन रुकने का किराया 7 से 8 हजार रुपए है. इस टेंट सिटी में अंदर जाते ही भगवान राम की भक्ति के माहौल से शुरुआत होगी, जहां चरण पादुका बनी हैं जिसमे सनातन धर्म से जुड़े पवित्र चिन्हों को उकेरा गया है.
इसके साथ ही टेंट सिटी के बाहर हिल स्टेशन और टेंट के अंदर किसी फाइव स्टार होटल वाला फील भी मिलेगा. टेंट सिटी में अभी से लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है पूरे जनवरी और आधे फरवरी की एडवांस बुकिंग हो चुकी है.
होटलों की एडवांस बुकिंग
प्राण प्रतिष्ठा के बाद बड़ी संख्या में लोग आएंगे. अयोध्या में सिर्फ 20 से 25 2 और 4 स्टार होटल हैं, लेकिन आलम यह है इन होटलो में भी 2 महीने पहले से ही जनवरी और फरवरी की एडवांस बुकिंग हो चुकी है. होटल ने किराया भी बढ़ा दिया है किसी ने किराया दोगुना कर दिया है तो किसी ने 5 गुना. अयोध्या में 138 कमरों वाले सबसे बड़े होटल के मालिक बलराम सिंह बताते है कि अभी व्यवस्थाएं नाकाफी है. लोगों के रुकने के होटल कम पड़ जाएंगे, महीनो से होटल बुक किए जा चुके हैं.