Ayodhya Ram Mandir: 3610 किलो वजन... लंबाई 108 फीट... डेढ़ महीने तक अनवरत जलेगी, कुछ ऐसी धूपबत्ती से महकेगा अयोध्या का श्री राम मंदिर

अयोध्या मंदिर परिसर में खुशबू फैलानी वाली विशेष धूपबत्ती को बनाने में अनेक तरह की जड़ी-बूटियों का प्रयोग किया गया है. यह धूपबत्ती करीब डेढ़ महीने तक अनवरत जलेगी.  यह धूपबत्ती 6 महीने में बनकर तैयार हुई.

Dhoop Batti
समर्थ श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 08 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 9:02 PM IST
  • तीन फीट चौड़ी है धूपबत्ती
  • यह 50 किलोमीटर क्षेत्र में फैलाएगी खुशबू

योगी सरकार अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रहे श्री रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को भव्य और दिव्य बनाने की तैयारी में जुटी हुई है. इसको लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है. श्री राम मंदिर को महकाने के लिए गुजरात के वडोदरा से 108 फीट लंबी धूपबत्ती अयोध्या लाई जा रही है. 

धूपबत्ती को देखकर लगाए जय श्री राम के नारे 
यह धूपबत्ती अभी भरतपुर से होते हुए आगरा के फतेहपुर सीकरी पर पहुंची है. इसके पहुंचते ही सैकड़ों की संख्या में लोग हाईवे पर पहुंच गए और धूपबत्ती को देखकर जय श्री राम के नारे लगाने लगे. धूपबत्ती का सफर शोभायात्रा में बदल गई है. सोमवार को राजस्थान के भरतपुर होते हुए यह करवा आगरा के फतेहपुर सीकरी और किरावली पर पहुंची. 

धूपबत्ती पर फूल बरसा किया स्वागत 
3610 किलो वजन की 108 फीट लंबी और करीब साढ़े तीन फीट चौड़ी धूपबत्ती को देखने के लिए भारी संख्या में लोग जुट गए. लोगों ने धूपबत्ती पर फूल बरसा कर स्वागत किया. यह धूपबत्ती 6 महीने में बनकर तैयार हुई. धूपबत्ती वड़ोदरा में तैयार की गई है. इस विशेष धूपबत्ती को बनाने में अनेक तरह की जड़ी-बूटियों का प्रयोग किया गया है. यह धूपबत्ती करीब डेढ़ महीने तक अनवरत जलेगी. करीब 50 किलोमीटर क्षेत्र में अपनी खुशबू फैलाएगी. 

धूपबत्ती बनाने में गाय का गोबर और घी का इस्तेमाल
धूपबत्ती का निर्माण करने वाले गुजरात निवासी बिहाभरबाड़ ने बताया कि अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है. इसमें भेंट करने के लिए इस धूपबत्ती का निर्माण किया गया है. इसे तैयार करने में देसी गाय का गोबर, देसी घी, धूप सामग्री सहित अनेक प्रकार की जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया गया है.


 

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