जनवरी का महीना चल रहा है और रामनगरी अयोध्या में एकबार फिर जश्न की तैयारियां शुरू हो गई हैं. जी हां, राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की सालगिरह का मौका आ रहा है. अवधपुरी में एक साल पहले 22 जनवरी के दिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी. लेकिन वर्षगांठ इस साल 11 जनवरी को मनाई जा रही है. जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि होंगे.
ज्यादातर लोगों के मन में ये सवाल आ रहा होगा कि आखिर 11 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ क्यों मनाई जाएगी? इसकी वजह है, भारतीय काल गणना यानी कि हमारा पंचांग. पंचांग के मुताबिक, बीते साल 22 जनवरी 2024 के दिन पौष शुक्ल द्वादशी की वो अनुपम तिथि थी जब मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी, लेकिन इस साल पौष शुक्ल द्वादशी की तिथि 22 जनवरी को नहीं बल्कि 11 जनवरी को पड़ रही है.
प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव मनाया जाएगा
लिहाजा, प्राण प्रतिष्ठा का एक साल पूरा होने पर अवधपुरी में पौष शुक्ल द्वादशी को 'प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव' मनाया जाएगा. यह उत्सव 11 जनवरी से शुरू होकर 13 जनवरी तक चलेगा. मंदिर ट्रस्ट की ओर से देश-विदेश के साधु संतों को आमंत्रित किया जा रहा है. समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को न्योता भेजा गया है, जिसे उन्होंने स्वीकर कर लिया है.
सीएम योगी करेंगे अभिषेक और पूजा-अर्चना
11 जनवरी को सुबह 10 बजे सीएम योगी आदित्यनाथ रामलला का अभिषेक और पूजा-अर्चना करेंगे. इस दौरान अयोध्या में रामलीला मंचन सहित कई धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे.
तीन दिनों तक चलने वाले समारोह को लेकर 'मंदिर ट्रस्ट' की ओर से तमाम इंतजाम किए जा रहे हैं. वे लोग जो लोग बीते साल 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह में शामिल नहीं हो पाए थे, उन्हें भी निमंत्रण भेजा जा रहा है.
बता दें. प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ के मौके पर अयोध्या में एक बार फिर आस्था का ज्वार उमड़ेगा. भजन-कीर्तन करते साधु-संतों के साथ आम श्रद्धालु रामलला का गुणगान करते नजर आएंगे. मंदिर प्रांगण में पूरे 3 दिनों तक बधाई गान की तैयारी है. राम नाम की धुन में रमने वाले भक्तों के लिए ये किसी सुनहरे अवसर से कम नहीं है.
(बनबीर सिंह की रिपोर्ट)