इस बार बसंत पंचमी यानी सरस्वती पूजा 26 जनवरी को मनाई जाएगी. कहते हैं कि इस दिन मां सरस्वती का जन्म हुआ था. वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती हाथों में पुस्तक, वीणा और माला लिए श्वेत कमल पर विराजमान होकर प्रकट हुई थीं. मां सरस्वती को ज्ञान की देवी कहा जाता है. बसंत पंचमी के दिन से बसंत ऋतु की शुरुआत होती है.बसंत पंचमी के दिन नये कार्य शुरू करने या शुभ कार्य करने का विधान है. लेकिन बसंत पंचमी के दिन कुछ ऐसे कार्य भी हैं जिन्हें वर्जित माना जाता है. आज हम आपको उन्हीं के बारे में बताएंगे.
बसंत पंचमी के दिन क्या करें?
1.बसंत पंचमी का मुहूर्त काफी शुभ माना गया है. इस दिन कोई भी काम बिना कोई मुहूर्त देखे किया जा सकता है.
2. कहा जाता है कि मां सरस्वती हथेलियों में वास करती हैं इस दिन सुबह उठकर अपनी हथेलियों को जरूरी देखें.
3. बसंत पंचमी के दिन शिक्षा से संबंधित चीजें जैसे कागज, कलम, दवात आदि दान करना चाहिए.
4. जिन बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता हैअगर वो इस दिन शिक्षा अपनी पुस्तकों की पूजा करते हैं तो इससे पढ़ाई के प्रति उनकी एकाग्रता बढ़ती है.
क्या ना करें?
1. बसंत पंचमी के दिन पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ है. ये मां सरस्वती का पसंदीदा रंग है. इस दिन भूलकर भी काले या लाल रंगों के वस्त्र नहीं पहनें चाहिए.
2. मां सरस्वती को वाणी के देवी माना जाता है. इस दिन भूल कर भी वाणी का गलत उपयोग नहीं करना चाहिए. किसी को अपशब्द कहने से बचें और झूठ ना बोलें.
3. बसंत पंचमी के दिन बिना स्नान किए किसी भी चीज का सेवन नहीं करना चाहिए. इसलिए इस दिन स्नान करने के बाद मां सरस्वती की पूजा करके ही कुछ ग्रहण करे.
4. अगर इस दिन आपका व्रत करना संभव न हो तो भी इस दिन सात्विक भोजन ही करना चाहिए. इस दिन भूलकर मांस और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए.
5. मां सरस्वती को ज्ञान और विद्या की देवी माना जाता है. इस दिन गलत लिखा पढ़ी या कोर्ट कचहरी में गलत कार्रवाही करने से बचें, लाभ के स्थान पर हानि हो सकती है.
6. इस दिन पेड़-पौधों की कटाई-छटाई भी न करें.