Basant Panchami 2024: बसंत पंचमी पर बन रहा दुर्लभ संयोग, इस दिन ऐसे करें मां सरस्वती की पूजा, आप पर बनी रहेगी विद्या की देवी की कृपा

Saraswati Puja 2024: ऐसी मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी मां सरस्वती का जन्म हुआ था. इस दिन पूजा-अर्चना करने से मां शारदे की विशेष कृपा बनी रहती है. बसंत पंचमी के दिन मांगलिक कार्य करना बेहद शुभ माना जाता है.

Basant Panchami 2024
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 12 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 7:13 PM IST
  • बसंत पंचमी के दिन बन रहा अबूझ मुहूर्त 
  • इस दिन मांगलिक कार्य करना शुभ

हिंदू धर्म में बसंत पंचमी (Basant Panchami) पर्व का विशेष महत्व है. इस दिन विद्या की देवी मां सरस्वती (Maa Saraswati) की पूजा-अर्चना की जाती है. हर साल माघ महीने में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी बनाई जाती है. इस साल 14 फरवरी को बसंत पंचमी मनाई जाएगी. इस दिन दुर्लभ संयोग बन रहा है. 

मां सरस्वती के साथ इनकी करें पूजा
इस बार बसंत पंचमी या कहें सरस्वती पूजा के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रेवती नक्षत्र और अश्विनी नक्षत्र समेत कई दुर्लभ संयोग बन रहे हैं. इस संयोग में मां सरस्वती की पूजा-अर्चना करने से मां की कृपा भक्त पर बनी रहती है. इस दिन मां शारदे के साथ भगवान गणेश, मां लक्ष्मी, कॉपी, कलम और संगीत यंत्रों की पूजा फलदायी मानी जाती है. बसंत पंचमी के दिन लोग एक-दूसरे को अबीर और गुलाल लगाते हैं. इस दिन से होली माह की शुरुआत मानी जाती है.

शुभ मुहूर्त
पंचाग के अनुसार पंचमी तिथि 13 फरवरी को दोपहर 2:41 बजे शुरू होगी, जो 14 फरवरी 2024 को दोपहर 12:09 बजे समाप्त होगी. उदयातिथि के अनुसार 14 फरवरी को बसंत पंचमी मनाई जाएगी. इस दिन पूजा-अर्चना के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजे से दोपहर 12:35 बजे तक है. 

अबूझ मुहूर्त में किए जा सकते हैं शुभ कार्य
बसंत पंचमी को अबूझ मुहूर्त बन रहा है. शास्त्रों के जानकार कहते हैं कि जिस दिन अबूझ मुहूर्त बनता है, उस दिन शुभ कार्यों के मुहूर्त के लिए पंचांग देखने को जरूरत नहीं होती है. इस दिन विवाह, गृह प्रवेश, समस्त 16 संस्कार किए जा सकते हैं. मुहूर्त नहीं मिलने से जो शादी नहीं होती, उसे भी इस दिन करवा सकते हैं. 

पूजा विधि 
1. बसंत पंचमी के दिन सुबह उठकर सबसे पहले स्नान करें. 
2. स्नान ध्यान करने के बाद पीले या सफेद रंग के कपड़े पहनें.
3. इसके बाद व्रत करने का संकल्प लें. 
4. मां सरस्वती की मूर्ति या प्रतिमा को पूजा वाली जगह पर स्थापित करें. 
5. पूजा वाली जगह पर कोई पुस्तक, वाद्य यंत्र या कोई भी कलात्मक चीज जरूर रखें. 
6. एक थाली में कुमकुम, हल्दी, चावल, और फूलों से सजा कर भगवान गणेश और मां सरस्वती की पूजा करें.
7. मां सरस्वती को मोदक के लड्डू और मीठे पीले चावल का भोग लगाएं.

बसंत पंचमी के दिन क्या नहीं करें
1. बसंत पंचमी के दिन किसी के साथ भी लड़ाई-झगड़ा नहीं करें.
2. इस दिन फसल भी नहीं काटने चाहिए. इतना ही नहीं पेड़-पौधों को भी काटने से बचना चाहिए.
3. इस दिन लहसुन-प्याज का सेवन नहीं करें. 
4. मांसाहारी भोजन भी न खाएं. शराब का सेवन नहीं करें.
5. बड़े-बुजुर्गों का अनादर नहीं करें. 
6. इस दिन झूठ नहीं बोलना चाहिए.
7. इस दिन बिना स्नान किए भोजन नहीं करें. 
8. इस दिन काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए.


 

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