साल का आखिरी चंद्रग्रहण 8 नवंबर को लगने जा रहा है. वैदिक ज्योतिष के मुताबिक चंद्रमा का कनेक्शन हमारे मन का कारक होता है और जल तत्व पर प्रतिनिधित्व रखता है. इसलिए कहा जाता है कि विंशोत्तरी दशा की गणना भी चंद्रमा की स्थिति देखकर ही की जाती है. चंद्रमा का एक और गुण होता है कि ये हमें मानसिक रूप से संतुष्टि देता है. इसके साथ हमें खुश रखता है. ज्योतिष के मुताबिक, जिनका चंद्र कमजोर होता है वे व्यक्ति मानसिक रूप से हीन, अवसाद रोगी, मानसिक तनाव से घिरे रहने वाले और परेशानी महसूस करने वाले होते हैं. इसलिए चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्र को मजबूत बनाया जा सकता है. इसके लिए कुछ विशेष उपाय किए जाते हैं.
चंद्र ग्रहण के समय करें ये विशेष उपाय
-चंद्र ग्रहण के समय चंद्रमा के किसी भी मंत्र का जाप करें
-भगवान शिव को चंद्रमा के मुख्य देवता के रूप में माना जाता है. शिव जी ने चंद्रमा को अपने मस्तक पर धारण किया है. इसलिए चंद्र ग्रहण के समय भगवान शिव का मंत्र जाप करने से लाभ होता है.
-कहा जाता है कि कोई अगर अपने घर पर मंत्र जाप करते हैं तो 1 गुना फायदा होता है, किसी मंदिर में करते हैं तो 10 गुना, किसी तीर्थ स्थान या नदी किनारे तो 100 गुना और अगर कोई ग्रहण काल में मंत्र जाप करते हैं तो उसका हजार गुना फल मिलता है. इसलिए ग्रहण काल में किसी भी मंत्र का जाप करने से आपको अत्यंत लाभ होगा.
-शारीरिक समस्याओं से ग्रसित व्यक्ति या उनके नजदीकी परिवार वाले भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र का निरंतर जाप कर सकते हैं. इसके स्वास्थ्य लाभ होगा.
-ग्रहण काल में अगर आप दान करते हैं तो इससे आपको हजार गुणा पुण्य मिलता है.
-इन सबके अलावा, आप चंद्र ग्रहण के दौरान भगवान शिव के साथ माता पार्वती की भी पूजा कर सकते हैं.