साल का पहला चंद्र ग्रहण 16 मई दिन सोमवार यानी कल लगने जा रहा है. हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण को जितना महत्व दिया गया है उतना ही महत्व चंद्र ग्रहण को भी दिया गया है. कल चंद्र ग्रहण के साथ-साथ बुद्ध पूर्णिमा भी है तो इस मौके पर विशेष संयोग बन रहा है. ऐसे में हम पंडित शैलेन्द्र पांडे से जानेंगे कि चंद्र ग्रहण कितने से कितने बजे तक लगेगा, चंद्र ग्रहण का अलग अलग राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा. इसके साथ ही यह भी जानेंगे कि चंद्र ग्रहण के दिन क्या करना चाहिए. तो सबसे पहले जानते हैं कि चंद्र ग्रहण कितने से कितने बजे तक लगेगा.
चंद्र ग्रहण का ये रहेगा समय
16 मई को सुबह 07.02 पर चंद्र ग्रहण की शुरुआत और 12.20 पर समाप्ति होगी. चंद्रग्रहण विशाख नक्षत्र में है और इसका आरंभ तुला राशि में और समापन वृश्चिक राशि में होगा. बता दें कि भारत में इस बार चंद्र ग्रहण नहीं दिखेगा.
इन राशि वाले लोगों को रखना है विशेष ख्याल
- मेष- पंडित जी के अनुसार मेष राशि वाले लोग हानि से बचाव करें, आकस्मिक दुर्घटनाओं से बचाव करें.
- वृष - वृष राशि वाले लोग रिश्तों या परिवार में समस्या हो सकती है, चोट चपेट की नौबत आ सकती है.
- कर्क - चन्द्र ग्रहण के समय गर्भवती महिलायें विशेष सावधानी रखें, शिक्षा और करियर में काफी मेहनत करनी पड़ेगी
- सिंह - स्वास्थ्य और संपत्ति के मामलों का ध्यान रखें, चन्द्र ग्रहण के समय धन के लेन देन में सावधानी रखें.
- तुला - स्वास्थ्य की समस्या और दुर्घटना से बचें, लिखा पढ़ी के कार्य में सावधानी रखें.
- वृश्चिक - पारिवारिक और आँखों की समस्या के योग हैं, धन और संपत्ति का नुकसान हो सकता है.
- धनु - करियर में कोई बड़ा परिवर्तन हो सकता है, यात्राओं में सावधानी बनाए रखें.
- मीन - स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति में समस्या हो सकती है, स्थान परिवर्तन के योग बन रहे हैं.
इन राशि वालों को होगा धन का लाभ
- मिथुन - स्वास्थ्य और मुकदमेबाज़ी का ध्यान रखें, आकस्मिक धन का लाभ हो सकता है.
- कन्या - आकस्मिक धन लाभ के योग बन रहे हैं, किसी परिजन के स्वास्थ्य में अचानक समस्या हो सकती है.
- मकर - धन लाभ के उत्तम योग बन रहे हैं, रुके हुए महत्वपूर्ण काम बन जाएंगे.
- कुम्भ - करियर और शिक्षा के मामलों में सफलता मिलेगी, स्वास्थ्य और आराम का ध्यान रखें.
महाउपाय
अगर चन्द्र ग्रहण के परिणाम शुभ न हों तो ग्रहण काल में अधिक से अधिक शिव मन्त्र का जप करें. या चाहें तो चन्द्रमा के मन्त्र का जप भी कर सकते हैं. ग्रहण के बाद सफ़ेद वस्तु का दान करें.