Chaturmas 2024: चातुर्मास में पड़ते हैं ये चार महीने, जानिए किस माह की क्या है विशेषता

17 जुलाई 2024 से चातुर्मास शुरू हो चुका और इस कारण अगले 4 महीने तक कोई शुभ काम नहीं होंगे. देवशयनी एकादशी से श्रीहरि योग निद्रा में लीन हो जाते हैं. भगवान श्री हरि अगले चार महीने तक पाताल लोक में विश्राम करेंगे और इसीलिए इन 4 महीनों में कोई भी शुभ काम नहीं होंगे.

Chaturmas 2024
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 18 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 12:29 PM IST

चातुर्मास का हिंदू धर्म में बहुत ज्यादा महत्व है. चातुर्मास में हिंदू कैलेंडर के हिसाब से चार महीने शामिल होते हैं. इन चार महीनों में कोई शुभ काम नहीं होता है. चातुर्मास देवशयनी एकादशी से देवउठनी एकादशी तक होता है. तब तक शुभ कार्यों पर प्रतिबंध रहता है. यह प्रतिबंध चार महीनों तक रहता है. आपको बता दें कि चार महीने- सावन, भाद्रपद, आश्विन और कार्तिक माह- को चातुर्मास कहा जाता है. इस साल चातुर्मास 17 जुलाई से 12 नवंबर 2024 तक रहेगा. इन चार महीनों में चार देवी-देवताओं की विशेष कृपा मिलती है . 

चातुर्मास का पहला महीना- सावन 
चातुर्मास में भगवान विष्णु क्षीर सागर में चार महीने के लिए विश्राम करते हैं. ऐसे में, सृष्टि का संचालन भगवान शिव अपने हाथों में लेते हैं. चातुर्मास का पहला महीना सावन होता है और इस महीने में देवाधिदेव महादेव की कृपा रहती है. सावन के महीने में शिव आराधना और उनकी उपासना से हर मनोकामना पूरी हो सकती है.
यह भगवान शिव का महीना है. इसमें वैवाहिक जीवन की समस्याएं दूर की जा सकती हैं. इस माह में आयु और स्वास्थ्य की समस्याओं का निवारण भी होता है. ग्रह बाधा और ग्रह दोषों को भी दूर कर सकते हैं. सावन का पावन महीना 22 जुलाई से 19 अगस्त तक रहेगा. 

चातुर्मास का दूसरा महीना- भाद्रपद 
चातुर्मास में दूसरा महीना है भाद्रपद, जब हमें श्रीकृष्ण से कृपा मिलती है. यह महीना श्रीकृष्ण का महीना है. इसी महीने में श्रीकृष्ण का प्राकट्य हुआ था. संतान प्राप्ति के प्रयोग के लिए यह सर्वोत्तम महीना है. इसके अलावा संतान की उन्नति के लिए भी इस महीने को उत्तम मानते हैं. जीवन में प्रेम आकर्षण और सुख शांति के लिए भी ये महीना काफी शुभ है. इस महीने में भगवान् कृष्ण की उपासना करनी चाहिए. पूरे माह में श्रीमदभागवद का पाठ करना अत्यन्त शुभ परिणाम देगा. इस बार भाद्रपद 20 अगस्त से 18 सितम्बर तक रहेगा. इसी महीने में भगवान गणेश के 11 दिन के गणपति उत्सव की भी धूम पूरी दुनिया में रहती है.

चातुर्मास का तीसरा महीना- आश्विन (शरद)
जब बात शक्ति की हो तो इसके लिए सबसे उत्तम है चातुर्मास का तीसरा महीना यानि आश्विन का महीना. आश्विन का महीना शक्ति प्राप्ति का महीना है - इस महीने में देवी की उपासना की जाती है और पितरों की भी. इसी महीने में शक्ति की नवरात्रि भी आती है. जीवन में हर तरह के विजय का वरदान इस माह मिल सकता है.  इस माह सौभाग्य का और राज्य का वरदान भी मिल सकता है. मुकदमों और विवादों से छुटकारे के लिए भी ये महीना काफी उत्तम है. इस माह में दुर्गा सप्तशती का पाठ अवश्य करना चाहिए. इस बार आश्विन का महीना 19 सितम्बर से 17 अक्टूबर 2024 तक रहेगा.

चातुर्मास का अंतिम महीना: कार्तिक 
चातुर्मास का अंतिम महीना यानी कार्तिक माह. इस महीने से शुभ काम शुरू हो जाते हैं. इसी महीने से श्रीहरि भी योग निद्रा से उठ जाएंगे. ज्योतिषी मानते हैं कि कुछ खास मनोकामनाओं की पूर्ति कार्तिक मास हो सकती है. क्योंकि इस महीने की महिमा भी बेहद खास है. इस महीने में धन का सबसे बड़ा पर्व दीवाली आता है. इसी महीने में तुलसी और शालिग्राम का अद्भुत विवाह भी होता है. इसी महीने में चातुर्मास समाप्त होता है, और श्रीहरि निद्रा से जग जाते हैं. 

 

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