Free Train for Ram Mandir Darshan: राम मंदिर दर्शन के लिए यह राज्य शुरू करेगा सालाना फ्री ट्रेन ट्रेवल स्कीम

राम मंदिर के उद्घाटन का उत्सव पूरे देश में मनाया जा रहा है. सिर्फ उत्तर प्रदेश नहीं बल्कि दूसरे राज्य भी इस समारोह के लिए उत्साहित हैं और लोगों की आस्था का सम्मान करने के लिए कई पहल कर रहे हैं.

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gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 12 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 9:12 AM IST

छत्तीसगढ़ जल्द ही अयोध्या मंदिर की तीर्थयात्रा पर जाने के इच्छुक लोगों के लिए सलाना मुफ्त ट्रेन यात्रा शुरू कर सकता है. छत्तीसगढ़ को इस पहल के लिए मंजूरी मिल गई है. 10 जनवरी को आयोजित राज्य कैबिनेट की बैठक के दौरान इस महत्वपूर्ण निर्णय का औपचारिक रूप से समर्थन किया गया, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने की थी. 

रिपोर्ट्स की मानें तो यह पहल 2023 के विधानसभा चुनावों के दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता से उपजी है. एक ऑफिशियल प्रेस रिलीज के अनुसार, सरकार ने ट्रेन के माध्यम से 20,000 लोगों के लिए अयोध्या की वार्षिक तीर्थयात्रा की सुविधा देने का वादा किया।

कौन लोग ले सकेंगे यह सर्विस 
रिपोर्टों के अनुसार, योजना के लिए पात्रता मानदंड में 18 से 75 वर्ष की आयु के व्यक्ति शामिल हैं जो मेडिकल रूप से फिट हैं. लेकिन शुरुआत में 55 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों के चयन पर होगा. चयन प्रक्रिया की निगरानी के लिए प्रत्येक जिले में कलेक्टर के अधीन एक समिति स्थापित की जाएगी. राज्य पर्यटन विभाग से जरूरी बजटीय आवंटन के साथ, योजना के कार्यान्वयन का नेतृत्व छत्तीसगढ़ पर्यटन करेगा. 

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि इस पहल को क्रियान्वित करने के लिए भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (IRCTC) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है, जिसमें वीकली स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था होगी. 

इन स्टेशनों से ले सकते हैं ट्रेन
इस विशेष ट्रेन को रायपुर, दुर्ग, रायगढ़ और अंबिकापुर स्टेशनों से पकड़ा जा सकता है. यह तीर्थ यात्रा कार्यक्रम अयोध्या तक 900 किलोमीटर की यात्रा तय करेगा. रास्ते में, यात्री वाराणसी में रात्रि विश्राम करेंगे, जहां उन्हें काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करने और पूज्य गंगा आरती में भी भाग लेने का अवसर मिलेगा. 

एक दूसरे फैसले में, साई सरकार ने अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक के उपलक्ष्य में 22 जनवरी को 'Dry Day' के रूप में नामित किया है. ये पहलें सामूहिक रूप से धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने, सुलभ तीर्थयात्रा के अवसर प्रदान करने और क्षेत्र में महत्वपूर्ण घटनाओं को मनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती हैं. 

 

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