क्रिसमस की तैयारी जोर-शोर से चल रही है.बाजारों में कपड़ों से लेकर गिफ्ट तक की खरीदारी हो रही है. इस फेस्टिवल में क्रिसमस ट्री को भी सजाया जाता है. क्रिसमस ट्री को सजाने के लिए बेल, स्टार, टॉफी, रिबन आदि के साथ एक-दो नहीं बल्कि चार खास रंगों का इस्तेमाल किया जाता है. किस रंग का क्या महत्व है?आइए आज जानते हैं.
ग्रीन कलर
रोमनवासी हरे रंग को सौभाग्य का प्रतीक मानते थे. दरअसल सर्दियों के दौरान इमारतों को रोशन करने के लिए हॉली, आइवी और मिस्टलेटो जैसे पौधों को सजाया जाता है.रोम के लोग जनवरी के महीने में हरे रंग की सदाबहार शाखाओं का आदान-प्रदान करते थे.इसलिए क्रिसमस ट्री को सजाने के लिए सबसे पहले हरे रंग का इस्तेमाल किया जाता है. हरा रंग अक्सर छुट्टियों और नए साल में धन, सौभाग्य और स्वास्थ्य का प्रतीक होता है. क्रिसमस का त्योहार 25 दिसंबर को हर साल मनाया जाता है.
रेड कलर
रेड या फिर लाल रंग क्रिसमस का प्रमुख रंग है. ये रंग बिशप के वस्त्रों का भी रंग है. यही वजह है कि, इस रंग को प्रमुख रंग के रूप में शामिल किया गया है. इसी रंग को क्रिसमस सेलिब्रेशन का रंग भी माना गया है. ऐसे में इसी रंग का इस्तेमाल क्रिसमस ट्री के दौरान किया जाता है. इस रंग को प्रभु ईशु के खून से भी जोड़कर प्रतिनिधित्व करने वाला भी माना गया है.
गोल्डन कलर
गोल्डन रंग की चमक अपने आप में बहुत सुंदर होती है.गोल्डन रंग को आमतौर पर सूर्य के प्रकाश के रंग से जोड़कर देखा जाता है. इसलिए गोल्डन रंग को क्रिसमस ट्री को सजाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.यह कलर बहुत ही अच्छा लगता है.
व्हाइट कलर
सर्दियों में यूरोपियन देशों में बर्फबारी बढ़ जाती है. सफेद रंग को शांति और पवित्रता का भी प्रतीक माना गया है. यही वजह है कि क्रिसमस के पेड़ को सजाने के लिए इसी रंग के स्टार, कपास आदि का इस्तेमाल किया जाता है.