वास्तु शास्त्र में कई ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है जो नकारात्मक एनर्जी का नाश करके सकारात्मक उर्जा फैलाती हैं. इनमें से पूजा करने के तरीके से लेकर शाम को दीया जलाने के तरीके और पूजा मंत्र तक कई चीजें शामिल हैं. इन्हीं में से एक है पूजा के फूल. जी हां अक्सर आपने देखा होगा कि पूजा में चढ़ाए फूल शाम तक या अगले दिन तक सूख जाते हैं लेकिन लोग उन्हें वहीं रखे देने देते हैं. हालांकि ये चीज बिल्कुल सही नहीं है. वास्तुशास्त्र के अनुसार भगवान के सामने कभी भी सूखे फूल नहीं रखने चाहिए इससे भगवान नाराज हो जाते हैं. भगवान को हमेशा ताजे फूल ही चढ़ाने चाहिए.
फैलाते हैं नकारात्मकता
कहा जाता है कि ताजे फूलों से सकारात्मक उर्जा आती है जबकि सूखे फूल नकारात्मकता फैलाते हैं. चीनी वास्तुशास्त्र में इसे यांग एनर्जी के नाम से जाना जाता है. ऐसा भी कहा जाता है कि अगर किसी व्यक्ति का स्वास्थ्य ठीक नहीं है तो आप उसके लिए ताजे फूल लेकर जाएं और उसके कमरे में वो फूल रख दें. इससे व्यक्ति का मन अच्छा होता है और वो जल्दी ठीक हो जाता है. लेकिन यही फूल सूखकर नकारात्मकता फैलाते हैं. आइए जानते हैं कि सूखे फूलों का क्या करना चाहिए?
सूखे फूलों का क्या करें?
अक्सर आपने देखा होगा कि मंदिर में दर्शन करने जाने पर पंडित जी प्रसाद के तौर पर कुछ फूल दे देते हैं और लोग इसे रखकर भूल जाते हैं. लोग इसे भगवान का आशीर्वाद समझकर घर पर ही रखे रहने देते हैं लेकिन ये सही तरीका नहीं है. वास्तु के अनुसार ऐसा करना गलत माना जाता है. मान्यता है कि घर में रखे सूखे फूल नकारात्मकता फैलाने लगते हैं. इसलिए इन फूलों को या तो किसी बहते हुए जल में बहा देना चाहिए या फिर किसी पेड़ के नीचे गाढ़ देना चाहिए. इन फूलों को आप घर के गमले में भी डाल सकते हैं.