आज कृष्ण जन्माष्टमी है, यानी भगवान कृष्ण के जन्म का दिन. भारत में इसे बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन को गोकुलाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है. माना जाता है कि भगवान विष्णु के आठवें अवतार का भगवान कृष्ण के रूप में हुआ था. जन्माष्टमी के दिन लोग 24 घंटों का उपवास करते हैं, और फिर मध्य रात्रि में भगवान कृष्ण से प्रार्थना करने के बाद भगवान के लिए तैयार भोग के साथ उपवास तोड़ते हैं. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, जन्माष्टमी कृष्ण पक्ष की अष्टमी या भाद्रपद के महीने में अंधेरे पखवाड़े के आठवें दिन मनाई जाती है. इस साल अष्टमी तिथि 18 अगस्त को रात 9:20 बजे से शुरू हो रही है. और 19 अगस्त, 2022 को रात 10:59 बजे समाप्त होगा. अगर आप ने भी उपवास किया है, तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए. तो चलिए आपको बताते हैं कि उपवास करते समय क्या चीजें करनी चाहिए और क्या नहीं करनी चाहिए.
जन्माष्टमी 2022 पर क्या करें
- जन्माष्टमी पर, बहुत से लोग निर्जला व्रत (भोजन और पानी से परहेज) करते हैं, लेकिन कुछ लोग व्रत का खाना खाते हैं. आप खाने में साबूदाना पापड़, खिचड़ी, कुट्टू पराठा, या देसी घी में पका हुआ समक चावल और सेंधा नमक खा सकते हैं.
- उपवास के समय अन्न और जल का दान करना काफी अच्छा माना जाता है. उपवास करते समय अगर आप जरूरतमंदों को भोजन दान करेंगे तो काफी पुण्य मिलेगा. इसके अलावा इससे आपके घर में सुख समृद्धि आएगी.
- जन्माष्टमी व्रत के दौरान गायों को दूध पिलाना भी अच्छा माना जाता है, क्योंकि माना जाता है कि गायें भगवान कृष्ण के बहुत करीब होती हैं.
- उपवास के समय शरीर को ऊर्जावान बनाए रखने के लिए ताजे या सूखे मेवों का सेवन करने की सलाह दी जाती है. इससे आपका इम्यून सिस्टम भी काफी मजबूत रहेगा. आप सेब, ब्लैकबेरी, केला, अंगूर, अखरोट, बादाम और खजूर का सेवन कर सकते हैं.
- दूध और दही के बिना जन्माष्टमी का त्योहार अधूरा है. व्रत के दौरान आप ताजे फल या मीठी लस्सी से बने पेय का सेवन कर सकते हैं.
जन्माष्टमी 2022 पर क्या न करें
- जन्माष्टमी पर्व या भोग में प्याज या लहसुन नहीं होना चाहिए. जन्माष्टमी के व्रत में प्याज या लहसुन का सेवन न करने की सलाह दी जाती है.
- अधिकांश हिंदू त्योहारों में फलों और शाकाहारी खानों का ही सेवन करने की सलाह दी जाती है. उपवास के दौरान मांस और मांसाहारी भोजन का सेवन करना बिल्कुल वर्जित है.
- कई लोग अपने शरीर को एक्टिव रखने के लिए व्रत के दौरान चाय या कॉफी पीते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार दोनों पेय पदार्थों से बचना चाहिए.
- सुनिश्चित करें कि भक्तों को खाने या परोसने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला कोई भी बर्तन साफ होता है और मांसाहारी भोजन के लिए उपयोग नहीं किया जाता है.
- इसके अलावा, जितना हो सके उपवास करते समय तैलीय खाद्य पदार्थों से बचने की कोशिश करें. इसके बजाय अपने आहार में फल, दूध और जूस शामिल करें.