गायत्री मंत्र के नियमित जप से कई तरह की परेशानियों से राहत मिलती है. इसके जाप से चेहरे की कांति बढ़ती है. मानसिक शांति मिलती है और शरीर निरोगी बनता है. विशेषकर शिक्षा के क्षेत्र में अगर एकाग्रता की समस्या है तो गायत्री मंत्र का जाप परमफलदायी है. गायत्री मंत्र की शक्ति का सबसे ज्यादा प्रभाव बच्चों के मन पर कैसे होता है..गायत्री सदबुद्धि का मंत्र है. कार्य सिद्धि यह महामंत्र बच्चों के लिए सौगात है. गायत्री मंत्र का नियमित जाप उनकी उन्नति और एकाग्रता बढ़ाने के लिए काफी अच्छा माना जाता है.
गायत्री मंत्र से बच्चे की शिक्षा में कैसे सुधार करें ?
- बच्चे के लिए गायत्री मंत्र का जप करें
- मंत्र का जप माता या पिता में से कोई भी कर सकता है
- मंत्र का जाप सुबह के समय करना लाभदायक होगा
- जाप के समय सुगंध का प्रयोग करना विशेष लाभदायक होता है
- सुगंध में चन्दन या गुग्गल का प्रयोग किया जा सकता है
- धीरे धीरे बोल-बोलकर इसका जाप करना चाहिए , कम से कम 27 बार या 108 बार जाप करें
- मंत्र जप के बाद बच्चे की उन्नति की प्रार्थना करें
गायत्री मंत्र के उच्चारण से हर तरह की नेगेटिव एनर्जी को भी दूर किया जा सकता है. घर-परिवार में हर संकट को खत्म किया जा सकता है.
गायत्री मंत्र के चमत्कारी प्रभाव
- प्रातः काल स्नान करके पूजा स्थान पर बैठें
- सामने एक पात्र मे जल भरकर रक्खें
- इसके बाद कम से कम 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें
- मंत्र जप के बाद इस जल को पूरे घर में छिड़कें
- पूरे घर और जीवन से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाएगी