सोने का खोना और मिलना क्यों माना जाता है शगुन-अपशगुन, जानिए

धर्म ग्रंथों के अनुसार सोना का मिलना और खोना दोनों को अपशगुन माना जाता है. ऐसे में अलग-अलग आभूषणों को लेकर क्या कुछ हैं मान्यताएं आइए जानते हैं.

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gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 25 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 5:07 PM IST
  • कीमती चीजों में से एक
  • नाक या कान के गहने का खोना भविष्य में कुछ बुरा होने के संकेत

गोल्ड यानी सोने को हमेशा से ही हम भारतीय कीमती चीजों में से एक समझते हैं. इसका होना जितना शुभ है खोना उतना ही अपशगुन. धातुओं को लेकर हिंदुओं में कई तरह की मान्यताएं हैं. आज आपको सोना-चांदी से जुड़े शगुन और अपशगुन के बारे में बताएंगे.

सोने की अंगूठी का खोना
सोने की अंगूठी का खोना बहुत ही अशुभ माना जाता है. अगर आपकी कोई सोने की अंगूठी खो जाती है तो आपको सेहत संबंधी परेशानियां हो सकती हैं.

चांदी की पायल
दाएं पांव की पायल खोने को सामाजिक प्रतिष्ठा से जोड़कर देखा जाता है, जबकि बाएं पांव की पायल खोना यात्रा में दुर्घटना की ओर संकेत करता है.

नाक-कान के गहने
नाक या कान के गहने का खोना भविष्य में कुछ बुरा होने के संकेत देता है. वहीं अगर नाक की नथ खोती है तो व्यक्ति को अपमान का सामना करना पड़ता है.

बृहस्पति देव से है संबंध
शास्त्रों के अनुसार सोने का खोना या पाना दोनों ही अपशगुन माना गया है. अगर आपका कोई सोने का आभूषण खो जाता है या घर के बाहर कहीं आपको सोना पड़ा हुआ मिलता है तो उसे आपको घर उठाकर नहीं लाना चाहिए. सोने के खोने पर गुरु पर प्रभाव पड़ता है.

हाथों के कंगन
कंगन के खोने से व्यक्ति के मान-सम्मान में कमी आती है.

 

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