अमेरिका में हिंदू भगवान के नाम पर रखा गया सड़क का नाम, इस शहर में होगी 'गणेश मंदिर स्ट्रीट'

जिसे गणेश मंदिर के नाम से जाना जाता है, वो उत्तरी अमेरिका का पहला और सबसे पुराना हिंदू मंदिर माना जाता है. ये हिंदू मंदिर फ्लशिंग, क्वींस काउंटी में स्थित है. इससे पहले मंदिर के बाहर वाली इस सड़क का नाम जॉन बोवेन के नाम पर बोवेन स्ट्रीट रखा गया था.

Ganesh Temple Street
gnttv.com
  • न्यूयॉर्क ,
  • 04 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 4:31 PM IST
  • इससे पहले सड़क का नाम था जॉन बोने के ऊपर 
  • यहां तक पहुंचने के लिए भारतीयों ने किया है लंबा सफर तय 

अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में एक सड़क का नाम भगवान गणेश के नाम पर रखा गया है. यहां के एक प्रसिद्ध और प्रमुख मंदिर के बाहर एक सड़क को 'गणेश मंदिर स्ट्रीट' नाम दिया गया है. ये मंदिर साल 1977 में स्थापित किया गया था. बता दें, द हिंदू टेम्पल सोसाइटी ऑफ नॉर्थ अमेरिका श्री महा वल्लभ गणपति देवस्थानम, जिसे गणेश मंदिर के नाम से जाना जाता है, को उत्तरी अमेरिका का पहला और सबसे पुराना हिंदू मंदिर माना जाता है.

इससे पहले सड़क का नाम था जॉन बोने के ऊपर 

दरअसल, ये हिंदू मंदिर फ्लशिंग, क्वींस काउंटी में स्थित है. इससे पहले मंदिर के बाहर वाली इस सड़क का नाम जॉन बोवेन के नाम पर बोवेन स्ट्रीट रखा गया था. लेकिन शनिवार को एक समारोह में, प्रतिष्ठित गणेश मंदिर के सम्मान में सड़क को 'गणेश मंदिर स्ट्रीट' नाम दिया गया है. इस समारोह में न्यूयॉर्क में भारत के कौंसल जनरल रणधीर जायसवाल, क्वींस बरो के राष्ट्रपति डोनोवन रिचर्ड्स, न्यूयॉर्क शहर के मेयर एरिक एडम्स और दिलीप चौहान इसमें शामिल रहे.

यहां तक पहुंचने के लिए भारतीयों ने किया है लंबा सफर तय 

जायसवाल ने शनिवार को सभी को बताया कि क्वींस में एक समारोह में, गणेश मंदिर के ठीक बाहर बोवेन स्ट्रीट को गणेश मंदिर स्ट्रीट का नाम दे दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस स्ट्रीट का नाम देवता गणेश के नाम पर रखना केवल एक उत्सव नहीं है, ये दिखाता है कि इस तक पहुंचने के लिए कितने वर्षों की मेहनत और हमारा संघर्ष लगा है. यह भारतीय-अमेरिकी समुदाय के आपस के रिश्तों को दर्शाता है कि आपने न केवल अपने लिए बल्कि अपने आसपास के लोगों के जीवन में भी खुशियां भर दी हैं. 

बता दें, पिछले साल दिसंबर में, द न्यू यॉर्क सिटी काउंसिल की एक बैठक में बोने स्ट्रीट के नाम को "गणेश मंदिर स्ट्रीट" के रूप में मंजूरी दे दी गई थी. मंदिर ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में सभी लोगों को धन्यवाद भी दिया था.


 

Read more!

RECOMMENDED