करीब दो साल के लंबे इंतजार के बाद इस बार दीपावली का त्योहार उत्साह के साथ मनाया गया. हर साल गोवर्धन पूजा दीपावली के अगले दिन मनाई जाती है लेकिन इस बार सूर्य ग्रहण की वजह से ये पूजा आज यानी 26 अक्टूबर को मनाई जाएगी. दीपावली 24 अक्टूबर को थी. गोवर्धन पूजा में विभिन्न प्रकार के अन्न को भगवान को समर्पित और वितरित किया जाता है इसलिए इसे अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार के अनुसार गोवर्धन पूजा कार्तिक मास की प्रतिपदा तिथि को मनाई जानी चाहिए.
पूजा का मुहूर्त 06:29 बजे से 08:43 बजे तक है. इस दिन, भगवान कृष्ण ने स्वर्ग के देवता इंद्र का अहंकार तोड़ उन्हें हराया था. इस दिन अनेक प्रकार के पकवान, मिठाई भगवान को भोग लगाए जाते हैं.
क्यों की जाती है पूजा?
अन्नकूट या गोवर्धन पूजा भगवान कृष्ण के अवतार के बाद द्वापर युग से प्रारम्भ हुई है. इसमें हिन्दू धर्मावलंबी घर के आंगन में गाय के गोबर से गोवर्धन नाथ जी की अल्पना बनाकर उनका पूजन करते है. उसके बाद गिरिराज भगवान (पर्वत) को प्रसन्न करने के लिए उन्हें अन्नकूट का भोग लगाया जाता है. इस दिन मंदिरों में अन्नकूट किया जाता है.
किन चीजों का लगता है भोग
गोवर्धन पूजा के दिन भगवान कृष्ण को गेहूं, चावल, बेसन से बनी सब्जी और पत्तेदार सब्जियों का भोग लगाया जाता है. दही, दूध, शहद, चीनी, मेवा और तुलसी से बना पंचामृत भगवान कृष्ण को चढ़ाया जाता है. कई प्रकार की सब्जियों से तैयार अन्नकुट्टा सब्जी भी भगवान कृष्ण के लिए बनाई जाती है.
इन बातों का रखें ख्याल