हज यात्रा पर जाने के इच्छुक लोगों के लिए खुशखबरी है. सऊदी अरब ने घोषणा की कि इस साल के हज के लिए यात्रियों की संख्या की कोई सीमा नहीं होगी. यानी कितने भी लोग जा सकते हैं. सऊदी के हज व उमरा मंत्री तौफीक अल ने कहा कि इस वर्ष हज में भाग लेने वाले लोगों की संख्या पूर्व-महामारी के स्तर पर वापस आ जाएगी. इस वर्ष हज तीर्थयात्रियों के लिए कोई आयु सीमा भी नहीं होगी. बता दें कि कोरोना संक्रमण की वजह से सऊदी अरब ने हज यात्रा पर यात्रियों की संख्या को सीमित कर दिया था. इसके साथ ही उम्र सीमा भी निर्धारित कर दी गई थी.
किसी भी शहर का कर सकते हैं सफर
हज व उमरा मंत्री तौकीफ अल-रबियाह ने कहा कि उमराह वीजा की अवधि 30 दिन से बढ़ाकर 90 दिन कर दी गई है। हज/उमरा वीजा पर आने वाले लोग देश के किसी भी शहर का सफर कर ससकते हैं। हज मंत्री ने कहा कि 2023 से दुनिया भर की हज एजेंसियों को ऐसी किसी भी कंपनी से अनुबंध करने की इजाजत होगी जो अपने देश के हज यात्रियों को जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने वाली परमिट धारक हो।
स्थानीय निवासियों के लिए हज पैकेज की चार श्रेणियां
अरब न्यूज ने बताया कि 2019 में तीर्थयात्रा में लगभग 2.5 करोड़ लोगों ने हिस्सा लिया. हालांकि, कोरोना महामारी के प्रसार के कारण तीर्थयात्रियों की संख्या अगले दो वर्षों के लिए कम हो गई थी. रिपोर्ट के अनुसार इस साल हज करने के इच्छुक देश में रहने वाले लोग तीर्थ यात्रा के लिए आवेदन कर सकते हैं. स्थानीय निवासियों के लिए हज पैकेज की चार श्रेणियां उपलब्ध होंगी. रिपोर्ट के अनुसार, तीर्थयात्रा के लिए आवेदन करने वाले लोगों के पास जुलाई के मध्य तक वैध राष्ट्रीय या निवासी पहचान होनी चाहिए. तीर्थयात्रियों के पास COVID-19 और मौसमी इन्फ्लुएंजा टीकाकरण का प्रमाण होना चाहिए. उल्लेखनीय है कि सामान्य दिनों में भारतीय हज समिति और निजी टूर ऑपरेटरों के जरिए हर साल करीब दो लाख लोग भारत से हज यात्रा पर जाते हैं. इस्लाम के पांच फर्ज में से एक फर्ज हज है. बाकी के चार फर्ज कलमा, रोजा, नमाजा और जकात हैं.